रांची: 25 सितंबर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय जयंती कार्यक्रम के दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी द्वारा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को लेकर मीडिया में की गई टिप्पणी के खिलाफ विभिन्न जगहों पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. इसमें कहा गया है कि इनसे जनभावनाएं आहत हुई हैं. झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस ने इसे बाबूलाल मरांडी का हताशा में दिया गया बयान करार दिया है और उन्हें संयमित व मर्यादित भाषा का प्रयोग करने की सलाह दी है. वहीं बाबूलाल मरांडी का कहना है कि जब हर तरफ भ्रष्टाचार और लूट मची हो तो मजबूरी में ऐसी बातें कहनी पड़ती हैं.
बौखला गए हैं बाबूलाल मरांडी - झामुमो
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को लेकर बाबूलाल मरांडी द्वारा की गई अमर्यादित टिप्पणी से नाराज झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव मनोज पांडेय ने कहा कि विधानसभा चुनाव में करारी हार देखकर बाबूलाल मरांडी बौखला गए हैं. इसी हताशा में वे एक आंदोलनकारी के बेटे लोकप्रिय व युवा मुख्यमंत्री के बारे में बेतुकी टिप्पणी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य की जनता सब सुन और देख रही है.
मनोज पांडेय ने बाबूलाल मरांडी पर मानसिक संतुलन खो देने का आरोप लगाते हुए कहा कि आंदोलनकारी का बेटा चोर बन गया है और सभी गुजराती ईमानदार हो गए हैं? बाबूलाल मरांडी को संभलकर बोलने की सलाह देते हुए झामुमो प्रवक्ता ने कहा कि अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो जनता के गुस्से का सामना करने के लिए तैयार रहें. जिन कार्यकर्ताओं की भावनाएं आहत हुई हैं, वे सभी न्याय की मांग कर रहे हैं.
बाबूलाल मरांडी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं - कांग्रेस
वहीं झामुमो की सहयोगी पार्टी कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता सोनाल शांति ने कहा कि बाबूलाल मरांडी मदहोशी के दौर से गुजर रहे हैं, भारतीय जनता पार्टी में अपनी स्थिति को देखते हुए उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है, इसीलिए वे नेताओं के खिलाफ अनाप-शनाप बोल रहे हैं. यही कारण है कि बाबूलाल की वाणी अमर्यादित हो गई है. राज्य के निर्वाचित जनप्रतिनिधि और मुख्यमंत्री के खिलाफ इस तरह के अमर्यादित और अपमानजनक शब्द कतई बर्दाश्त करने योग्य नहीं हैं, इससे कार्यकर्ताओं और आम लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं.