हजारीबागःकौन कहता है आसमां में सुराख नहीं हो सकता एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों. यह मुहावरा हजारीबाग के मांडू विधानसभा में बिल्कुल सटीक बैठता है. जहां लोकतंत्र की एक खूबसूरत तस्वीर सामने आई है. यहां एक दृष्टिहीन दिव्यांग मतदाता ने अपने मतदान के अधिकार का प्रयोग कर अपनी जागरूकता का परिचय दिया. यह दृष्टिहीन दिव्यांग मतदान केंद्र 452 पर अपने सहयोगी मोहम्मद इम्तियाज के साथ लगभग डेढ़ किलोमीटर पैदल चलकर मतदान करने के लिए पहुंचा.
दरअसल नेत्रहीन मतदाता सोनू राय अनपढ़ है लेकिन उसे मतदान की शक्ति के बारे में पूरी जानकारी है. उसने कहा कि मतदान महादान है. एक वोट से ही लोकतंत्र की तस्वीर बदल सकती है. कोई भी एक उम्मीदवार विजय हो सकता है. इसी उद्देश्य और सोच से वह मतदान करने के लिए मतदान केंद्र पहुंचा.
उसने कहा कि हर एक मतदाता जो घर में है हम उनसे अपील करते हैं कि मतदान करने अवश्य पहुंचे. उनके सहायक मोहम्मद इम्तियाज ने भी बताया कि सुबह से ही मतदान करने के लिए यह जिद कर रहे थे. समय मिलने पर मैं इनको मतदान केंद्र लाया. मतदान कर्मियों ने सोनू राय का "14 क" फॉर्म भरवाया और इसके बाद मतदान प्रक्रिया पूरी हुई. सोनू राय ने इस बात को लेकर काफी खुशी जाहिर की और कहा कि मोहम्मद इम्तियाज ने मतदान करने में मेरी मदद की.
मतदान केंद्र पर उपस्थित ऑफिसर ने बताया कि अब तक के चुनाव की यह सबसे खूबसूरत तस्वीर है जहां एक दृष्टिहीन मतदाता ने मतदान किया है. उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग के द्वारा जो गाइडलाइन जारी किए गए हैं उसके तहत मतदान प्रक्रिया पूरी की गई. इन्होंने भी हर एक मतदाता से अपील की है घर से बाहर निकलें और मतदान करें.