आगरा :ताजनगरी में गुरुवार को पहली बार जल संकट को लेकर पानी पंचायत हुई. जिसमें मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित जलपुरुष राजेंद्र सिंह समेत अन्य जल और पर्यावरणविद् शामिल हुए. उन्होंने जल और जंगल के संकट पर चर्चा की. वक्ताओं ने पानी पंचायत में जल संरक्षण की बात की. उन्होंने कहा कि, देश और दुनिया को जल संकट से बचाना है तो अभी से प्रयास करने होंगे. सरकार के साथ ही हर नागरिक अपनी जल संरक्षण को लेकर जिम्मेदारी ले. जल संरक्षण को लेकर काम करें.
जलपुरुष राजेंद्र सिंह ने कहा कि, आगरा पानी की समस्या से भले ही जूझ रहा है, लेकिन जनता को मेहनत और लगन से काम करना होगा. बता दें कि, सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा और एक फाउंडेशन की ओर से शीरोज हैंगहाउट रेस्टोरेंट में पानी पंचायत में जल अधिकार के बारे में चर्चा हुई. पानी पंचायत में मुख्य अतिथि जल पुरुष राजेंद्र सिंह रहे. इसके साथ पानी पंचायत के पंच मंडल में शशि शिरोमणि, ब्रिगेडियर विनोद दत्ता, डॉ मधु भारद्वाज, राजीव खंडेलवाल और अनिल शर्मा शामिल रहे. पंच मंडल ने पानी पंचायत में आए लोगों की समस्याए सुनीं. आगरा की जल समस्या के समाधान के लिए आई शिकायतों के आधार पर कार्रवाई के बारे में कई महत्वपूर्ण संस्तुतियां की गई हैं. जिन के आधार पर सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा समन्वय करके कार्य योजना बनाएगी.
मनमानी के प्रति लापरवाही :वक्ताओं ने कहा कि, राजस्थान से उटंगन, खारी, चिकसाना ड्रेन और पार्वती नदी में पानी आना क्यों और किसके आदेश से रोक रखा गया है. ये हमारी चिंता का विषय है. जलपुरुष राजेंद्र सिंह ने कहा कि, यूपी सरकार की इस संबंध में पूरी तरह से बरती नीरसता और लापरवाही है. इस बारे में जनप्रतिनिधि आगे आएं. राजस्थान सरकार से बात करें. जिससे आगरा को भी इन नदियों का पानी मिल सके. जिससे आगरा की जल संकट की समस्या का समाधान होगा.