जयपुर. राजधानी की माणक चौक थाना पुलिस ने फर्जी पुलिस बनकर ठगी करने वाली ईरानी गैंग का पर्दाफाश करने में सफलता हासिल की है. पुलिस ने तीन इनामी बदमाशों समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है. सभी आरोपी सीबीआई और पुलिस अफसर बनकर लूट की वारदातों को अंजाम देते थे. गिरफ्तार आरोपियों ने 5 महीने में जौहरी बाजार में चार वारदातों को अंजाम दिया है. प्रत्येक वारदात में वाहन लेकर आने वाला टैक्सी चालक भी गिरफ्तार किया गया है. गैंग के पास मुंबई पुलिस का फर्जी एसीपी का आई कार्ड बरामद हुआ है. गैंग कई राज्यों में वांछित चल रही है.
डीसीपी नॉर्थ राशि डोगरा ने बताया कि पुलिस ने ईरानी बस्ती भोपाल मध्य प्रदेश निवासी आरोपी शेख मुख्तार उमर उर्फ मुख्तार हसन, मोहम्मद अली उर्फ साबिर हसन, जुल्फिकार उर्फ जावेद और टैक्सी ड्राइवर आगरा उत्तर प्रदेश निवासी जितेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया है. 9 मार्च 2024 को परिवादी संचित ने रिपोर्ट दर्ज करवाई थी कि 8 मार्च की शाम को 7 बजे दुकान बंद करके घर के लिए निकला था. बैग में डायमंड के दो पीस और नगद रुपए रखे थे. थोड़ा आगे जाकर चार लोग मिले जिन्होंने रुकवा कर कहा कि हम पुलिस वाले हैं. एक ने अपना आई कार्ड दिखाया और बैग चेक करने के लिए बोला. आरोपियों ने नजर बचाकर बैग से दो डायमंड पीस और नगद रुपए चोरी कर लिए. पुलिस ने पीड़ित की रिपोर्ट पर मामला दर्ज करके जांच पड़ताल शुरू की. वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए एडिशनल डीसीपी नॉर्थ रानू शर्मा और एसीपी माणक चौक हेमंत जाखड़ के निर्देशन में मानक चौक थाना अधिकारी गुरभूपेंद्र सिंह के नेतृत्व में स्पेशल टीम का गठन किया गया.
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों को चिन्हित किया :पुलिस की स्पेशल टीम ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले. इस तरह की वारदात मध्य प्रदेश व महाराष्ट्र में रहने वाले ईरानी गैंग की ओर से अलग-अलग जगह पर करना सामने आया. इसके बाद पुलिस की स्पेशल टीम ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों को चिन्हित किया. गैंग के तीन सदस्यों पर 25-25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया. 16 मई को पार्सल का काम करने वाले लड़के द्वारका प्रसाद शर्मा को सीबीआई अधिकारी बनकर गैंग के सदस्यों ने बैग चेक करने के बहाने पार्सल का पैकेट लूट लिया था. इस वारदात पर भी सीसीटीवी कैमरे के फुटेज चेक किए गए.