नई दिल्ली:रामायण या रामलीला में जब भी हनुमान के किरदार की चर्चा आती है, तो सबसे पहले लोगों के जहन में दारा सिंह का नाम आता है. जिन्होंने रामानंद सागर की 'रामायण' में हनुमान की अविस्मरणीय भूमिका निभाई थी. भले ही अब वह हमारे बीच नहीं है, लेकिन उनका किरदार आज भी लोगों के दिलों में है. दारा सिंह की तरह उनके बेटे बिंदु दारा सिंह भी हनुमान का किरदार निभाकर पॉपुलैरिटी हासिल कर चुके हैं. बीते वर्षों से हनुमान का किरदार निभा रहे बिंदु दारा सिंह इस बार भी राजधानी की श्री धार्मिक लीला कमिटी में प्रभु राम के भक्त हनुमान का किरदार निभा रहे हैं. 'ETV भारत' के साथ खास बातचीत में उन्होंने किरदार के संबंध में विस्तार से जानकारी दी.
सवाल: कब से निभाते आ रहे हैं हनुमान जी का किरदार?
जवाब:पिता जी को देखकर ही मन में भाव पैदा हुआ कि हनुमान जी का रोल करना चाहिए. मैं 30 वर्षों से हनुमान जी का किरदार निभा रहा हूं. मुझे याद है जब पिता जी ने रामानंद सागर की 'रामायण' में हनुमान की भूमिका निभाई थी तब उनकी उम्र 60 के करीब थी. अब मेरी उम्र भी 60 हो चुकी है. इतने वर्षों में अनेक बार हनुमान जी का रोल करने का मौका मिला और उम्मीद है कि आगे भी मिलता रहेगा.
बिंदु दारा सिंह बोले- आज भी पिता दारा सिंह का वीडियो देखकर मंच पर चढ़ता हूं (etv bharat) सवाल: हनुमान के किरदार में सबसे पहले नाम आता है आपके पिता जी का. उन्होंने आपको इस रोल के लिए क्या मूल मंत्र दिया था?
जवाब: हमारे परिवार पर हनुमान जी की असीम कृपा है तभी पहले पापा और अब मैं इस करदार को कर पा रहा हूं. मैंने फिल्म इंडस्ट्री में कई तरह के रोल किए, लेकिन पापा ने कभी कुछ नहीं बोला. लेकिन जब पहली बार मुझे हनुमान जी का रोल मिला, तो पापा ने अपने पास बुलाया और कहा बेटा जो तुम करने जा रहे हो वह आम काम नहीं है. अगर तुम हनुमान जी की सेवा करने जा रहे हो तो किरदार निभाते वक्त मन में कभी भी गलत विचार नहीं आना चाहिए. जब तक हनुमान जी का रोल करो, सात्विक खान खाना, शराब से दूर रहना और महिलाओं का सम्मान करना'. ये मूलमंत्र पापा ने दिए थे. आज भी जब मैं रामलीला में हनुमान जी की भूमिका में होता हूं तो इन बातों का ध्यान जरूर रखता हूं.
सवाल: क्या आप कभी पिता का पुराना वीडियो देखकर रामलीला के मंचन पर जाते हैं?
जवाब:हर बार कोशिश होती है कि रामलीला के मंच पर जाने से पहले पापा के पुराने वीडियो को यूट्यूब देख लूं. उनका एक रोल है काल नेमि के साथ, वह मुझे बहुत पसंद है. इस बार भी मैंने उनके उस पूरे वीडियो को देखा. चाहे भले हम सब कितनी भी कोशिश कर लें, लेकिन पापा ने जिस तरह से हनुमान जी का रोल निभाया था ऐसा कोई नहीं निभा सकता.
आज भी पिता दारा सिंह के हनुमान रोल का वीडियो देखकर मंच पर चढ़ता हूं : बिंदु दारा सिंह (ETV BHARAT) सवाल: हनुमान जी का रोल निभाने के लिए फिटनेस का ख्याल किस तरह रखते हैं?
जवाब:मुझे बेहद खुशी है कि मुझे हनुमान जी का रोल करने का मौका मिलता है. इसके लिए खुद को फिट रखना बेहद जरूरी है. इसलिए में रोज सुबह जिम जाता हूं और खूब एक्सरसाइज करता हूं. अब मेरी उम्र 60 साल है. ऐसे में हनुमान जी का किरदार निभाने के लिए बॉडी का ख्याल रखना भी बहुत जरूरी है. हर बार ऐसा होता है कि रामलीला के मंचन से पहले वजन जरूर बढ़ जाता है. लेकिन इस बार कुछ ज्यादा ही वजन बढ़ गया. फिर भी लोग बोल रहे थे मैं पतला लग रहा हूं. दरअसल, मैं बीते दिनों स्कॉटलैंड में सन ऑफ़ सरदार 2 की शूटिंग के लिए गया था. वहां खाना कुछ ज्यादा ही अच्छा था, जिसके कारण इस बार वजन बढ़ गया. हालांकि, इसके बाद खूब वजन कम किया.
सवाल:हनुमान जी के रोल में मंचन, डायलॉग डिलीवरी के साथ-साथ उछाल कूद का रोल होता है. 60 वर्ष की उम्र में इसको कैसे मेंटेन कर पाते हैं?
जवाब: हनुमान जी के रोल करते समय मैं इस बात का ख्याल जरूर रखता हूं कि उसी फुर्ती के उछल कूद करते हुए रोल कर पाऊं. इसके लिए सुबह की कसरत से बहुत मदद मिलती है. इससे शरीर में फुर्ती बनी रहती है. मुझे लगता है कि मैं इसको अच्छे से कर पता हूं. तभी बार-बार मुझे इस रोल को करने का मौका मिलता है. मंचन के समय लोगों की आंखों में दिखाई देता है कि लोगों को मेरा मंचन पसंद आ रहा है.
सवाल: श्री धार्मिक लीला में आपका पसंदीदा आर्टिस्ट कौन है?
जवाब:श्री धार्मिक रामलीला में सभी आर्टिस्ट बेहतरीन है. लेकिन मेरा सबसे पसंदीदी कलाकार शाहबाज़ खान है. हम दोनों बचपन के दोस्त हैं. वह भी बीते दो वर्षों से इस रामलीला में रावण की भूमिका निभा रहे हैं. शाहबाज़ खान मुस्लिम समुदाय से आते हैं. लेकिन उनको रामलीला में भाग लेने पसंद है. हम जब बड़े हो रहे थे तब इसी तरह का हिंदुस्तान था. कोई भेदभाव नहीं था. शाहबाज़ खान जैसे आर्टिस्ट देश की एकता की एक मिशाल है.