इंदौर. जिले में लोकसभा चुनाव के चौथे चरण के मतदान को निष्पक्ष और निर्विघ्न संपन्न कराने के लिए प्रशासन की तरफ से तमाम तैयारियां की गई हैं. वहीं इंदौर लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस नोटा के पक्ष में मतदान कराने की तैयारियों में जुटी हुई है. हालांकि, कांग्रेस नेताओं को आशंका है कि जिस प्रकार इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी ने पर्चा वापस लिया. इसी तरह सत्ताधारी दल के लोग नोटा के पक्ष में मतदान रोकने के लिए बूथ कैप्चरिंग जैसी घटनाओं को अंजाम दे सकते हैं. इसीलिए 9 मई को कांग्रेस नेताओं ने निष्पक्ष मतदान के लिए जिला निर्वाचन कार्यालय में ज्ञापन सौंपा है.
कांग्रेस नेताओं को है बूथ कैप्चरिंग की आशंका
गौरतलब है कि इंदौर लोकसभा चुनाव में मुख्य रूप से भारतीय जनता पार्टी का ही प्रत्याशी मैदान में है क्योंकि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के प्रत्याशी द्वारा नाम वापसी के अंतिम दिन नामांकन वापस लेने के बाद कांग्रेस का कोई उम्मीदवार चुनावी मैदान में नहीं बचा. इसलिए कांग्रेस यहां नोटा के पक्ष में मतदान कराना चाहती है. यही वजह है कि कांग्रेस नेता लगातार नोटा को प्रचारित कर रहे हैं. लेकिन मतदान से पहले कांग्रेस नेताओं को आशंका है कि चुनाव में सत्ताधारी दल के लोग नोटा के पक्ष में मतदान रोकने के लिए बूथ कैप्चरिंग और मतदान के दौरान मनमानी घटनाओं को अंजाम दे सकते हैं. कांग्रेस नेताओं ने मांग की 100 प्रतिशत बूथों पर सीसीटीवी कैमरे लगें. शहर के चुनिंदा स्थानों पर मतदान केंद्रों की सीसीटीवी फुटेज लाइव चले.