भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर मार्शल वीरेंद्र चौधरी (ETV Bharat Jodhpur) जोधपुर :भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर मार्शल वीरेंद्र चौधरी ने कहा है कि 61 साल बाद हुई मल्टीनेशन एयर एक्सरसाइज हमारे भविष्य के कोलेब्रेशन को लेकर मजबूत आधार तैयार करेगी. तरंग शक्ति का सफल आयोजन करना हमारे लिए गर्व की बात है. यह बात उन्होंने गुरुवार जोधपुर में तरंग शक्ति एक्सरसाइज को लेकर आयोजित एक प्रेसवार्ता में कही.
एक्सरसाइज में स्वदेशी लड़ाकू जहाज तेजस आकर्षण रहा. इसको सभी ने सराहा. तेजस के प्रोडक्शन को लेकर वायु सेना प्रमुख से पूछा गया कि एचएलए की ओर से भारतीय वायु सेना को तेजस विमान देने में देरी हो रही है, तो वह विदेशों के आर्डर कैसे पूरा करेगी ? जवाब में चौधरी ने कहा कि इसके निर्माण के लिए मल्टीपल प्रोडक्शन लाइन की जरूरत है. हम 83 तेजस मार्क-1 का आर्डर एचएलए को दे चुके हैं, 97 का और देना चाहते हैं. ऐसे में उत्पादन क्षमता और आवश्यता का मिलान करना जरूरी है. इसके लिए पब्लिक प्राइवेट पाटर्नशिप के साथ संयुक्त उद्यम बनाना होगा. प्रेस कांफ्रेंस में आठ देशों के वायु सेना अधिकारी भी मौजूद थे, जिनका एयर मार्शल चौधरी ने सम्मान भी किया.
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हर दो साल में एक्सरसाइज करने का प्रयास :एक सवाल के जवाब में वायु सेना प्रमुख ने कहा कि भले ही 61 बाद भारत की धरती पर इतना बड़ा आयोजन हुआ हो, लेकिन हम लगातार अन्य देशों के साथ एक्सरसाइज में भाग लेते रहे हैं. इस तरह की एक्सरसाइज फॉर्मलाइज करने के लिए काम करेंगे. हमारा प्रयास होगा कि हर दो साल में हम मल्टीनेशन एयर एक्सरसाइज का आयोजन करें, जिससे हम अपने मित्र राष्ट्रों के साथ आगे बढ़ सके.
अमेरिका एफ-16 बेचना चाहता है :प्रेस कांफ्रेंस में अमेरिकी वायुसेना अधिकारी ने कहा कि हम भारत को एफ-16 बेचना चाहते हैं. उन्होंने भी तेजस की सराहना की. श्रीलंका के एयर चीफ ने कहा कि हमारा देश भारत के दक्षिण में हैं. भारत ने हमें बुलाया इसके लिए हम धन्यवाद ज्ञापित करते हैं. हमारे बीच में बड़ा समुद्र है, लेकिन इस तरह की एक्सरसाइज हमारे बीच दोस्ती को मजबूत करेगी और ताकत भी बढ़ेगी.
किसी देश के लिए नहीं है एक्सरसाइज :तरंग शक्ति का आयोजन से जुड़े एक सवाल के जवाब में एयर चीफ चौधरी ने कहा कि यह एक्सरसाइज सिर्फ इंडो पेसेफिक रीजन या किसी देश को ध्यान में रखते हुए नहीं हुई है. हमारा उदृेश्य बहुत अलग-अलग अनुभव के लोगों के साथ ट्रेनिंग करना है, जिसमें हम सफल हुए.