नई दिल्ली/नोएडा: दिल्ली में दिवाली की रात दमकल विभाग के कर्मचारियों के लिए भाग-दौड़ भरी रही. कंट्रोल रूम में कॉल आते रहे और फायर ब्रिगेड की टीम घटनास्थल पर पहुंचती रही. 300 से ज्यादा जगहों से फोन आए. घटनाओं में 3 लोगों की जान गई. 12 के करीब घायल हुए हैं.
दीपावली 2024 पर दिल्ली में फायर ब्रिगेड को रिकॉर्ड तोड़ कॉल मिलीं, जो पिछले 10 वर्षों का आंकड़ा पार कर गई. 1 नवंबर की शाम 5:00 बजे से सुबह 5:00 बजे तक, फायर सर्विस को लगभग 315 कॉल प्राप्त हुईं. यह संख्या पिछले साल के मुकाबले 100 अधिक है, जिससे साफ है कि इस वर्ष पटाखों के जलने से जुड़े हादसे बढ़ गए हैं.
फायर डायरेक्टर अतुल गर्ग ने बताया कि राजधानी में तीन प्रमुख स्थानों पर गंभीर घटनाएं हुईं, जबकि अन्य इलाकों में स्थिति सामान्य रही. हालांकि, इन घटनाओं में तीन लोगों की जान चली गई, जिससे यह दीपावली कई परिवारों के लिए दुखदायी बन गई. अतुल गर्ग ने यह भी बताया कि पटाखों के उपयोग से कई स्थानों पर आग लगने की घटनाएं भी हुईं. उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे सुरक्षित तरीके से दीपावली मनाएं और आग से जुड़े किसी भी हादसे की सूचना तुरंत फायर सर्विस को दें.
दिल्ली-एनसीआर में हुए हादसे
31 अक्टूबर की रात दिवाली के दौरान नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में आग लगने की कई घटनाओं की सूचना मिली. हालांकि, फायर विभाग की त्वरित और सतर्क कार्रवाई के चलते सभी आग पर काबू पा लिया गया और किसी जनहानि की सूचना नहीं है.
गुरुवार रात, ग्रेटर नोएडा वेस्ट के इको विलेज फर्स्ट की 17वीं मंजिल पर अचानक आग लग गई. आग ने 18वीं और 19वीं मंजिल के कुछ फ्लैट्स तक पहुंचकर उन्हें प्रभावित किया. फायर ब्रिगेड की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और आग पर नियंत्रण पाने में सफल रही. हालांकि, इस घटना में एक पालतू कुत्ते की दुखद मौत हो गई. जानकारी के मुताबिक, जिस समय आग लगी, उस समय फ्लैट के निवासी सोसायटी के मंदिर में पूजा कर रहे थे.