देहरादून:राजधानी देहरादून के लिए मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण कुछ खास परियोजनाओं पर काम कर रहा है. यह परियोजनाएं शहर में बढ़ती ट्रैफिक व्यवस्था के लिए राहत के अलावा पर्यटन को लेकर भी विशेष महत्व रखती है. इसमें आढ़त बाजार शिफ्टिंग से लेकर अलायम हाउसिंग सोसाइटी और सिटी पार्क शामिल है.
देहरादून में मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण वैसे तो कई परियोजनाओं का काम कर रहा है. फिलहाल प्राधिकरण का फोकस तीन मुख्य प्रोजेक्ट्स पर है. इसमें आढ़त बाजार शिफ्टिंग पर काम होना है. साथ ही सिटी पार्क को अंतिम टच देकर शहर के लिए एक नया टूरिस्ट डेस्टिनेशन भी तैयार करना है.
इन प्रोजेक्ट्स से बदल जाएगी देहरादून की तस्वीर (ETV Bharat) इसके अलावा बहुत कम दामों में लोगों को आशियाना देने के मकसद से भी एक नए प्रोजेक्ट अलयम पर भी प्राधिकरण काम कर रहा है. देहरादून में प्रिंस चौक से लेकर सहारनपुर चौक तक ट्रैफिक की समस्या राजधानी के लिए कोई नई नहीं है. हालांकि इस समस्या के निजात पाने के लिए मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण और प्रशासन के स्तर पर काम शुरू कर दिया गया है.
इस कड़ी में आढ़त बाजार को शिफ्ट करने के लिए प्रयास किया जा रहे हैं. ऐसा करने के बाद यह पूरा क्षेत्र यातायात के भारी दबाव से राहत ले सकेगा. इस बाजार में मौजूद व्यवसायियों को दूसरी जगह पर शिफ्ट करते हुए उनकी रोजी-रोटी का भी ख्याल रखा जाएगा.
यह प्रोजेक्ट काफी अहम: माना जा रहा है और काफी लंबे समय से ही इस पर विचार किया जा रहा था. जिस पर और जल्द ही प्राधिकरण काम में तेजी लाने जा रहा है. देहरादून के लिए सिटी पार्क की परियोजना भी बेहद अहम है, क्योंकि इसके जरिए देहरादून शहर को पर्यटकों के लिहाज से एक नया डेस्टिनेशन मिला है. हालांकि सिटी पार्क को तैयार कर लिया गया है, लेकिन इसमें अभी कुछ बाकी काम को भी तेजी से अंतिम टच देने के प्रयास किया जा रहे हैं.
इसके अलावा यहां पर लाइब्रेरी बनने पर भी जल्द ही काम शुरू कर दिया जाएगा. सिटी पार्क को सहस्त्रधारा हैलीपैड के नजदीक तैयार किया गया है और इसमें अब अधिकतर काम पूरा कर लिया गया है. वहीं, अलायाम हाउसिंग प्रोजेक्ट मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के लिए काफी अहम है.
इससे पहले भी प्राधिकरण आईएसबीटी के पास ऐसा ही एक प्रोजेक्ट तैयार कर चुका है. इसके सफल होने के बाद प्राधिकरण ने सहस्त्रधारा क्षेत्र में बेहद कम दामों पर हाउसिंग प्रोजेक्ट तैयार करने का निर्णय लिया है. बाजार मूल्य से काफी कम दामों पर पहले आओ पहले आओ की तर्ज पर फ्लैट्स को लिया जा सकता है. इस परियोजना के जरिए जहां प्राधिकरण के रेवेन्यू में बढ़ोतरी होगी तो वहीं लोगों को कम दामों पर उनका आशियाना भी मिल सकेगा.
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