रेवाड़ी: हरियाणा के रेवाड़ी में अवैध तरीके से रह रहे बांग्लादेशी और रोहिंग्या शरणार्थियों की पहचान कर उन्हें यहां से निर्वासित करने की तैयारी चल रही है. इसके लिए पुलिस अधीक्षक गौरव राजपुरोहित के दिशा निर्देश पर एक महीने के लिए जांच अभियान की शुरुआत की गई है. इस जांच अभियान का मकसद जिले में बढ़ते अपराध और नशाखोरी की तस्करी पर अंकुश लगाना है. क्योंकि बड़ी संख्या में ऐसे अवैध लोग इस तरह के काम में शामिल बताये जा रहे हैं.
इसी कड़ी में शनिवार को थाना मॉडल टाऊन प्रभारी के नेतृत्व में भारी पुलिस बल कंटेनर डिपो के पास बनी झुग्गी झौपड़ियों में जांच के लिए पंहुचा तो लोगों में अफरातफरी का माहौल बन गया. पुलिस ने यहां रहने वालों के रिहायशी प्रमाणपत्रों की बारीकी से जांच की. इस काम में डॉग स्क्वॉयड की भी मदद ली जा रही है ताकि कोई भी अवैध तरीके से रहने वाला छूटे नहीं.
रेवाड़ी में अवैध रहने वाले बांग्लादेशी और रोहिंग्या लोगों की पहचान शुरू, (Photo- ETV Bharat) थाना प्रभारी विद्यासागर ने बताया कि पुलिस अधीक्षक के दिशा निर्देश पर एक महीने के लिए झुग्गी झौपड़ियों में रहे रोहिंग्या और बंगलादेशी लोगों की पहचान के लिये जांच अभियान की शुरुआत की गई है ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह लोग रेवाड़ी में कहीं अवैध रूप से तो नहीं रह रहे हैं. और कहीं यह अवैध गतिविधियों और नशे के कारोबार में संलिप्त तो नहीं हैं. इसके लिए यहां रहने वालों के पहचानपत्र, वोटिंग कार्ड ऒर अन्य रिहायशी कागजातों की भी बारीकी से जांच की जा रही है. जांच में किसी की अवैधता पाई जाती है तो नियमानुसार कानूनी कार्यवाही की जाएगी. पुलिस का ये जांच अभियान 12 दिसंबर को शुरू किया गया है और ये अगले साल 12 जनवरी तक चलेगा.
ये भी पढ़ें- सत्यापन प्रक्रिया के बीच जम्मू में रह रहे रोहिंग्या शरणार्थियों को सता रहा असुरक्षा और निर्वासन का डर
ये भी पढ़ें- भिवानी के गांव में रोहिंग्या और बांग्लादेशी मुस्लिमों की एंट्री बैन, मेन रोड पर लगा बोर्ड, घुसपैठियों से बताया ख़तरा