जयपुर :आईपीएल की तर्ज पर होने वाली आई-लीग फुटबॉल प्रतियोगिता पहली बार राजस्थान में आयोजित होने जा रही है. इसका आगाज 9 जनवरी को राजस्थान यूनाइटेड फुटबॉल क्लब के होम ग्राउंड विद्याधर नगर स्टेडियम में होगा. इस टूर्नामेंट के जयपुर में कुल 12 मुकाबले खेले जाएंगे. भारत में फुटबॉल को नए आयाम देने के लिए शुरू की गई फेमस फुटबॉल लीग आई लीग का आगाज इस बार जयपुर में होगा. राजस्थान यूनाइटेड फुटबॉल क्लब के चेयरमैन केके टाक ने बताया कि ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन की ओर से आयोजित की जा रही आई लीग में जयपुर के विद्याधर नगर स्टेडियम में जनवरी से लेकर मार्च तक कुल 12 मुकाबले खेले जाएंगे, जो कि राजस्थान के फुटबॉल प्रेमियों के लिए किसी सौगात से कम नहीं है.
देश के विभिन्न फुटबॉल क्लबों की टीमें इस टूर्नामेंट के लिए जयपुर आएंगी. उन्होंने बताया कि राजस्थान यूनाइटेड फुटबॉल क्लब की टीम के सभी खिलाड़ी और कोच इस लीग को लेकर बेहद उत्साहित हैं और वे मैदान पर अपनी पूरी ताकत के साथ खेलेंगे. इस लीग के जरिए राजस्थान फुटबॉल को नई दिशा मिल सकती है और यहां के खिलाड़ियों को एक बड़े मंच पर खेलने का मौका मिलेगा.
राजस्थान यूनाइटेड फुटबॉल क्लब के अध्यक्ष केके टाक (ETV BHARAT JAIPUR) इसे भी पढ़ें -आई-लीग मैचों में 2 साल बाद दर्शकों को स्टेडियम आने की मंजूरी - i league football tournament
केके टाक ने बताया कि राजस्थान यूनाइटेड ने 2021 आई-लीग क्वालीफायर जीता और इस तरह आई-लीग के लिए क्वालीफाई करने वाला राज्य का पहला क्लब बन गया. वहीं, राजस्थान यूनाइटेड फुटबॉल क्लब ने 2022 में डूरंड कप जीतकर अपनी एक नई पहचान बनाई. अक्टूबर 2024 में क्लब ने उरुग्वे (अमेरिका) के दिग्गज फुटबॉलर रह चुके वाल्टर कैप्रिले को मुख्य कोच के रूप में नियुक्त किया. टीम के कप्तान एलेन ओयारजून स्पेन से है. वहीं कई दिग्गज विदेशी खिलाड़ी टीम का हिस्सा हैं. जिनमें कोलंबिया से डिफेंसिव मिडफील्डर रॉनी रॉड्रिगेज, इक्वाडोर से सेंटर बैंक के तौर पर रोनाल्डो जॉहनसन, उरुग्वे से स्टार स्ट्राइकर लुकास रोड्रिगेज, स्पेनिश स्ट्राइकर गेरार्ड आर्टीगेस, घाना से विंगर पॉजिशन पर अर्नेस्ट न्यार्को का नाम शामिल है.
आपको बता दें कि आई-लीग की स्थापना के बाद से अब तक सात क्लब चैंपियन का ताज पहन चुके हैं. डेम्पो ने लीग इतिहास में सबसे अधिक तीन बार खिताब जीते हैं, जबकि चर्चिल ब्रदर्स, मोहन बागान और बेंगलुरु दो बार लीग जीत चुके हैं. वहीं, सालगांवकर, आइजोल, मिनर्वा पंजाब और चेन्नई सिटी ने इस खिताब को एक बार अपने नाम किया है.