गर्मी से राहत के लिए माउंट आबू पहुंचे पर्यटक (ETV Bharat Sirohi) सिरोही. अरावली पर्वत शृंखला की गोद में बसे सिरोही जिले में आबूरोड समेत समूचे जिले में सप्ताहभर से गर्मी का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है. चिलचिलाती धूप और आसमान से बरसती आग में घरों से बाहर निकलना दुश्वार हो रहा है. इस बीच गांवों में थोड़ी थोड़ी देर के अंतराल पर कटने वाली बिजली आग में घी डालने का काम कर रही है.
बुधवार को आबूरोड में अधिकतर तापमान 45 डिग्री सेल्सियस पार कर गया. यही हाल सिरोही जिले के विभिन्न हिस्सों का है. पिछले तीन-चार दिन से आबूरोड में अलग-अलग इलाकों में पालिका प्रशासन ने सड़कों पर पानी छिड़कवाने की कवायद शुरू की है, लेकिन वह भी गर्मी से राहत दिलाने में कारगर साबित नहीं हो रही है. घरों में पंखे व कूलर भी तपिश से राहत दिलाने में बेअसर साबित हो रहे हैं.
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वहीं प्रदेश के एक मात्र हिल स्टेशन माउंट आबू में भी तपिश का दौर देखा जा रहा है. माउंट आबू में भी तापमान 35 डिग्री के पार हो गया है. माउंट आबू पहुंचे पर्यटक आइसक्रीम और ठंडे पेय पदार्थों के जरिए गर्मी से बचने का जतन कर रहे हैं. गुजरात से माउंट आबू आ रहे पर्यटक कुछ राहत महसूस कर रहे हैं. गुजरात के शहरों का तापमान 50 डिग्री के करीब पहुंच गया है.
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भट्टी की मानिंद तपती सड़कें:आसमान से बरसते अंगारों के कारण सुबह 9-10 बजे से ही कोलतार व सीमेन्ट की सड़कें भट्टी की मानिंद तपती रहीं. वाहन चालकों को लू के थपेड़े सहते हुए वाहन चलाने को बाध्य होना पड़ा. दुपहिया वाहन चालकों में से अधिकतर के चेहरे तेज धूप के कारण लाल हुए नजर आए. महिलाएं सिर पर स्कार्फ बांधकर तो युवा सिर पर कैप लगाकर व आंखों पर गोगल्स पहन कर चलते नजर आए. भर दोपहरी में तो शहर से होकर गुजरते पालनपुर-पिण्डवाड़ा-उदयपुर फोर लेन पर वाहनों की आवाजाही बेहद कम नजर आई.
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पेय पदार्थों की बढ़ी डिमांड: गर्मी के तेवर तीखे होने के साथ ही कोल्ड-ड्रिंक्स, लस्सी, छाछ, दही, जूस, गन्ना-रस, आइसक्रीम, फालुदा, कुल्फी, तरबूज फल व नींबू की डिमांड में अचानक उछाल आ गया है. नींबू बाजार में डेढ़ सौ से दो सौ रुपए की कीमत पर बिकने से जरूरतमंदों व निम्न मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए तो नींबू की शिकंजी भी नसीब में नहीं रही. गांवों में जिन-जिन काश्तकारों के यहां गाय-भैंस जैसे पालतू पशु हैं, वहां छाछ लेने वालों की सुबह-सुबह ही खासी भीड़ लगनी शुरू हो जाती है.