जयपुर. हीट वेव से प्रदेश में लगातार हालात बिगड़ रहे हैं और हीट वेव से मौतों के आंकड़ों में भी बढ़ोतरी हो रही है. इसके साथ ही बड़ी संख्या में मरीज हर दिन अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं. प्रदेश में हीट वेव से हो रही मौतों को लेकर चिकित्सा विभाग ने एक स्टेटमेंट भी जारी किया है. विभाग के अनुसार हीट वेव से अब तक प्रदेश में 5 मौतें हुई हैं. इनमें अकेले 4 एसएमएस अस्पताल में हुई हैं और एक अन्य अजमेर में.
चिकित्सा विभाग के बयान में में निदेशक (जन स्वास्थ्य) डॉ रवि प्रकाश माथुर ने कहा है कि विभिन्न मीडिया माध्यमों में हीट वेव से मौतों की जो संख्या प्रकाशित या प्रसारित की जा रही हैं, वे तथ्य से परे हैं. क्योंकि हीट वेव से होने वाली मौतों के प्रमाणिक आंकड़े चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा ही जारी किए जा रहे हैं. यह आंकडे़ भारत सरकार के प्रोटोकॉल के अनुसार डेथ ऑडिट कमेटी द्वारा मौत के कारणों की जांच कर जारी किए जाते हैं.
उन्होंने कहा है कि डेथ ऑडिट कमेटी हीट स्ट्रोक से संदिग्ध मौतों की जांच भारत सरकार द्वारा निर्धारित पैरामीटर्स के अनुसार करती है. इन पैरामीटर्स के अनुसार यदि कोई मौत हीट स्ट्रोक से पाई जाती है, तो उसे प्रमाणित कर उसकी रिपोर्ट आईएचआईपी पोर्टल पर अपलोड की जाती है. आईएचआईपी पोर्टल पर जारी आंकडे़ ही प्रमाणिक हैं. उन्होंने कहा कि चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार तेज गर्मी के दौरान गंभीर बीमारियों एवं अन्य कारणों से भी मौतें हो जाती हैं. प्रोटोकॉल के अनुसार उन्हें हीट स्ट्रोक से होना नहीं माना जा सकता.