झज्जर :हरियाणा में बगावत की आवाज़ बुलंद हो रही है. पहले बीजेपी की पहली लिस्ट के बाद पार्टी में भारी बगावत देखने को मिली और इस्तीफों की झड़ी लग गई. अब कांग्रेस की 32 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट आने के बाद पार्टी में नेताओं ने बगावती तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं. झज्जर के बहादुरगढ़ से कांग्रेस नेता राजेश जून ने भी पार्टी के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंक दिया है.
राजेश जून की कांग्रेस से बगावत :बहादुगढ़ से वरिष्ठ नेता राजेश जून ने आज कांग्रेस पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. दरअसल कांग्रेस ने शुक्रवार को जारी की गई लिस्ट में बहादुरगढ़ से राजेन्द्र सिंह जून को फिर से अपना उम्मीदवार बना दिया है, जबकि राजेश जून भी टिकट के प्रबल दावेदार थे. राजेश जून का कहना है कि उनके साथ कांग्रेस ने बड़ा धोखा किया है. उन्हें यूज एंड थ्रो किया गया है. उन्होंने कहा कि 2019 में जब उन्होंने प्रत्याशी के तौर पर अपना आवेदन वापस लिया था तो भूपेंद्र सिंह हुड्डा, दीपेंद्र सिंह हुड्डा और राजेंद्र सिंह जून ने 2024 में उन्हें टिकट और साथ देने का वादा किया था, लेकिन अब उनके साथ वादा खिलाफी की गई है. इसलिए वे अब निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में उतरेंगे और राजेंद्र सिंह जून से डबल वोट लेकर विधायक भी बनेंगे.
11 सितंबर को दाखिल करेंगे नामांकन :आपको बता दें कि राजेश जून ने 2014 में बहादुरगढ़ विधानसभा से निर्दलीय चुनाव लड़ा था और करीबन 29 हजार वोट हासिल किए थे. राजेश जून को इस बार अपनी जीत का पूरा यकीन है. निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर मैदान में आते ही राजेश जून ने अपने गांव में डोर टू डोर जाकर आशीर्वाद भी लिया है. राजेश जून ने 11 सितंबर को अपना नामांकन दाखिल करने का ऐलान भी कर दिया है.