शिमला: राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने शुक्रवार को राजभवन में अलंकरण समारोह में विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक और सराहनीय सेवा के लिए पुलिस, गृह रक्षा एवं नागरिक सुरक्षा और जीवन रक्षा पदक से 76 विजेताओं को सम्मानित किया. पुरस्कार पाने वालों में कमांडेंट जनरल होमगार्ड और सिविल डिफेंस सतवंत अटवाल त्रिवेदी को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक और केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर अतिरिक्त निदेशक सीबीआई नई दिल्ली में एन. वेणुगोपाल को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक भी शामिल हैं.
SI सुशील कुमार को राष्ट्रपति पदक से किया सम्मानित
पुलिस में बेहतर सेवा के लिए एसआई सुशील कुमार को राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया गया. सुशील कुमार ने 1-9-1996 को पुलिस में बतौर सिपाही ज्वाइन किया था. सुशील कुमार ने सीआईडी और विजिलेंस के साथ विभिन्न विभागों में सेवा दी है. उन्होंने मर्डर और एनडीपीएस मामलों में बेहतर सेवा देकर आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया है. साल 2017 में सुशील कुमार को डीजीपी डिस्क अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था. साल 2019 में उन्हें उत्कर्ष सेवा पदक से सम्मानित किया गया था. सुशील कुमार ने पुलिस में 27 सालों की सेवा के दौरान ईमानदारी और पारदर्शिता से काम किया है.
पदक विजेताओं को सम्मानित करते शिव प्रताप शुक्ल (सोशल मीडिया) पांच साल बाद आयोजित हुआ अलंकरण समारोह
साल 2020 के बाद पांच साल बाद यह अलंकरण समारोह आयोजित किया जा रहा है. इस अवसर पर राज्यपाल ने पदक विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि यह उनकी कर्तव्यनिष्ठा, साहस और सेवा-भावना को दिया गया है.
राज्पाल ने कहा हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्य में पुलिस और गृह रक्षा बलों की भूमिका और भी अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है. कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद आप जिस प्रकार कानून-व्यवस्था बनाए रखते हैं, वह अत्यंत प्रशंसनीय है. उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन, आपराधिक गतिविधियों की रोकथाम, यातायात नियंत्रण और समाज में शांति बनाए रखने में उनकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है.
शिमला में आयोजित हुआ अलंकरण समारोह (सोशल मीडिया) हिमाचल प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार कानून-व्यवस्था को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए निरंतर प्रयासरत है. स्मार्ट पुलिसिंग, डिजिटल निगरानी, आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण और आधुनिक सुरक्षा उपकरणों की आपूर्ति जैसे कदमों से पुलिस और गृह रक्षा सेवाओं को और अधिक सशक्त बनाया जा रहा है. इसके अलावा आपदा प्रबंधन और नागरिक सुरक्षा को भी प्राथमिकता दी जा रही है, ताकि किसी भी संकट की घड़ी में त्वरित सहायता उपलब्ध करवाई जा सके. इस अवसर पर पद्म श्री विद्यानंद सरैक और नेक राम भी मौजूद थे.
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