रामगढ़: शनिवार को जिला के एक सरकारी कार्यालय परिसर में अफरातफरी मच गयी. दरअसल पुलिस वाले एक सरकारी कर्मचारी को दौड़ा रहे थे. आखिरकार पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ा और शिकंजे में ले लिया है.
रामगढ़ ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता ने कार्यालय में पदस्थापित लेखा लिपिक सह रोकड़पाल मो. सलाहुद्दीन अंसारी के खिलाफ रामगढ़ थाना में मामला दर्ज कराया गया था. उसे गिरफ्तार करने गई पुलिस वालों को ऑफिस में धक्का देकर भाग रहे मो. सलाउद्दीन को दौड़ा कर एसपी कार्यालय के पास पकड़ा गया. इस दौरान काफी अफरातफरी का माहौल देखने को मिला. जिसके बाद पुलिस किसी तरह रामगढ़ थाना ले आई और उसे जेल भेज दिया.
रामगढ़ में एक सरकारी कर्मचारी पुलिस ने दौड़ाकर पकड़ा (ETV Bharat) रामगढ़ थाना में शुक्रवार को हुए एफआईआर के बाद शनिवार को पुलिस समाहरणालय परिसर के सी ब्लॉक के दूसरे तल्ले में विशेष प्रमंडल कार्यालय पहुंची. जब मो. सलाहुद्दीन से पूरे मामले के बारे में पूछताछ करना चाहा इसी दौरान पुलिस को देख वो भागने लगा. पुलिस जब उसके पीछे दौड़ी तो सलाहुद्दीन ने काफी हो-हंगामा किया और एसपी कार्यालय के नीचे लेट गया और हल्ला करने लगा पुलिस पर आरोप लगाने लगा.
जिसके बाद किसी तरह पुलिस रामगढ़ ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल के कार्यालय में पदस्थापित लेखा लिपिक सह रोकड़पाल मो. सलाहुद्दीन अंसारी पकड़कर रामगढ़ थाना ले आई है. जिसके बाद देर शाम उसे जेल भेज दिया गया. इसको लेकर एसडीपीओ परमेश्वर प्रसाद और थाना प्रभारी कृष्ण कुमार ने बताया कि कार्यपालक अभियंता द्वारा मामला दर्ज कराया गया है और उसी को लेकर पूरी कार्रवाई की गई है. पुलिस को देख वो भागने लगा, जिसे पकड़ने के लिए पुलिसवालों को मशक्कत करनी पड़ी.
आरोपी को खदेड़कर पकड़ती पुलिस (ETV Bharat) क्या है आरोप
ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल के कार्यपालक पदाधिकारी राजकुमार भारती ने लेखा लिपिक सह रोकड़पाल मो. सलाहुद्दीन अंसारी के खिलाफ रामगढ़ थाना में शिकायत दी है. आवेदन में लिखा है कि रामगढ़ ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता ने कार्यालय में पदस्थापित लेखा लिपिक सह रोकड़पाल मो. सलाहुद्दीन अंसारी करीब 1 साल से ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल रामगढ़ में पद स्थापित है.
इनके द्वारा मनमाने ढंग से सरकारी कार्यों में बाधा डाला जा रहा है. इसमें अपने हस्ताक्षर से ईंधन के रूप में तेल निकासी कर अपने निजी वाहन में उपयोग करना, पदाधिकारी एवं कर्मचारियों के साथ मारपीट करना, पदाधिकारी के द्वारा दिए गए कार्यादेश को फाड़ देना, आदेश की अवहेलना करना व्ययन पदाधिकारी के हस्ताक्षर को छेड़छाड़ करना एवं मंतव्य में संशोधन करना, एक ही व्यक्ति को दोहरा भुगतान करना, हठधर्मिता के साथ गलत कार्य को करने के लिए दबाव देना, कर्मचारियों को आवंटित कार्य को नजरअंदाज कर सभी कार्यों को अपने स्तर से करने की प्रवृत्ति उदंडता के साथ करना उनकी आदत से बन गई है.
इस संबंध में उनके विरुद्ध आरोप पत्र (प्रपत्र) उपायुक्त महोदय रामगढ़ द्वारा दिया गया है. इनके द्वारा अपनी पहुंच के कारण सभी आरोपों को निष्क्रिय कराया गया है. इनके विरुद्ध आरोप प्रमाणित हैं जैसे सरकारी उपकरणों कंप्यूटर, प्रिंटर, इनवर्टर इत्यादि अवैध तरीके से गायब कर अपने घर में रखकर निजी उपयोग में ला रहे हैं. इन्होंने प्रकाश कुमार महतो को चालक एवं अनुसेवक के रूप में कार्य करने एवं भुगतान करने से संबंधित बयान हलफी भी न्यायालय में तैयार कर समर्पित किए हैं.
जिसे यह स्पष्ट होता है कि एक ही व्यक्ति को दोहरा भुगतान किए हैं, प्रकाश कुमार महतो और उनके द्वारा साक्ष्य को छुपाने के लिए लॉग बुक इस कार्यालय से गायब कर दिए हैं. जिसमें तत्कालीन व्ययन पदाधिकारी अमरेंद्र कुमार कार्यपालक अभियंता एवं तत्कालीन अकाउंट ऑफिसर अमिताभ मणि पाठक समान रूप से दोषी हैं. मोहम्मद सलाउद्दीन द्वारा कार्यालय के कंप्यूटर ऑपरेटर मोहम्मद आजाद अली को जबरन सीढ़ी से लात मारकर जख्मी कर दिया था.
यही नहीं रामगढ़ ग्रामीण विकास विशेष प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता ने कार्यालय में पदस्थापित लेखा लिपिक सह रोकड़पाल मो. सलाहुद्दीन अंसारी की कार्य शैली अपने नियंत्रि पदाधिकारी से बातचीत करने का तरीका निराशाजनक है. इनके द्वारा हठधर्मिता के साथ गलत कार्य प्रणाली सरकारी सेवा संहिता के विरुद्ध है. यह कार्यालय में हमेशा अशांति फैलाते रहते हैं एवं अपने साथ और सामाजिक तत्वों को रखकर तरह-तरह की धमकी देते हैं. जिसे सभी कर्मचारी भयभीत एवं अपने को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं आपसे सुरक्षा की उम्मीद है.
इसे भी पढ़ें- मुख्यमंत्री पशुधन योजना में धांधली! 7 लीटर की जगह दे दी 7 सौ ग्राम दूध देने वाली गाय, बकरी के वजन पर उठे सवाल
इसे भी पढ़ें- दुमका में साइकिल वितरण में अनियमितता, स्कूल के प्रधानाध्यापक पर पैसे मांगने का आरोप, मामला पहुंचा डीएसई के पास
इसे भी पढ़ें- रामपुर पैक्स पर उपायुक्त ने जताई नाराजगी, मांगा स्पष्टीकरण