जयपुर :गणेश चतुर्थी के दूसरे दिन रविवार को भगवान गणेश शाही लवाजमे के साथ नगर भ्रमण पर निकले. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने मोती डूंगरी गणेश मंदिर से भगवान गणेश की आरती उतारकर भव्य शोभायात्रा का शुभारंभ किया. रथ में भगवान गणेश की स्वर्ण मंडित प्रतिमा विराजित की गई. मोती डूंगरी गणेश मंदिर महंत कैलाश शर्मा और संघ के क्षेत्रीय संघचालक डॉ. रमेश अग्रवाल ने भी भगवान गणेश की आरती की. शोभायात्रा मोती डूंगरी मंदिर से निकलकर एमडी रोड, जौहरी बाजार, त्रिपोलिया बाजार, गणगौरी बाजार, नाहरगढ़ रोड होते हुए रविवार देर रात को गढ़ गणेश मंदिर पहुंची.
मोती डूंगरी गणेश मंदिर के महंत कैलाश शर्मा ने बताया कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, उनकी पत्नी डॉ. सुदेश धनखड़, संघ के क्षेत्र संघचालक डॉ. रमेश अग्रवाल ने भगवान गणेश की पूजा अर्चना कर आरती की. इसके बाद शोभायात्रा का शुभारंभ किया गया. मुख्य रथ पर आरती के बाद भव्य शोभायात्रा का शुभारंभ हुआ. मोती डूंगरी गणेश मंदिर से शुरू हुई शोभायात्रा देर रात को गढ़ गणेश मंदिर पहुंचकर संपन्न हुई. विभिन्न मार्गों पर शोभायात्रा का भव्य स्वागत किया गया.
रथ में भगवान गणेश की स्वर्ण मंडित प्रतिमा (ETV Bharat Jaipur) पढ़ें.गणेश चतुर्थी पर जोरावर सिंह गेट पर 5100 दीपकों से की गणेश जी की महाआरती, ये है इतिहास से जुड़े इन गेटों का महत्व
91 झांकियां शोभायात्रा में शामिल : मुख्य रथ पर भगवान गणेश जी की भक्तों ने आरती की. करीब 91 झांकियां शोभायात्रा में शामिल हुईं. इनमें से करीब 30 झांकियां स्वचालित थीं. कुछ झांकियों को कोलकाता के कारीगरों ने तैयार किया था. शोभायात्रा में अलग अलग समाजों को एक जाजम पर लाकर एकजुटता का संदेश दिया गया इस दौरान 8 व्यायाम शालाओं के पहलवानों ने हैरतअंगेज करतब भी दिखाएं. शोभायात्रा में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए. जगह-जगह पर शोभायात्रा का स्वागत किया गया. शोभायात्रा के दौरान जयपुर शहर में ट्रैफिक को डाइवर्ट कर दिया गया.
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शोभायात्रा का किया शुभारंभ (ETV Bharat Jaipur) वंदे भारत ट्रेन की झांकी (ETV Bharat Jaipur) झांकियों में लालबाग के राजा ढोल ताशों के साथ जयपुर नगर भ्रमण की झांकी, मोती डूंगरी गणेश जी का स्वर्ण मंडित चित्र गणपति का सींप से प्राकट्य, मोर पर विराजमान गणेश जी सितार वादन करते हुए, सिंहासन पर विराजमान गणेश जी, रिद्धि-सिद्धि के साथ स्तुति करते गणेश जी, बैलगाड़ी पर गणेश जी शिव पार्वती को नगर भ्रमण कराते हुए, गणेश जी तांडव नृत्य, देवताओं और राक्षसों के साथ समुद्र मंथन करते हुए झांकी निकाली गई. साथ ही गणेश जी मोदक खाते हुए, शिव परिवार की चैतन्य झांकी, कलयुग के घोड़े पर सवार गणेश जी स्वचालित, रामजी लक्ष्मण जी की शबरी की कुटिया में बेर खाते हुए, बाबा श्याम का फूलों से सजा दरबार, भगवान गणेश जी को झूले में झूलाती हुई रिद्धि सिद्धि स्वचालित झांकी, नवदंपत्ति को आशीर्वाद देते हुए भगवान गणपति आकर्षण का केंद्र रहीं.