श्रीनगर:केदारनाथ उपचुनाव का प्रचार अब अपने अंतिम दौर में पहुंच गया है. ऐसे में सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं. इसी कड़ी में कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को केदारनाथ की जनता से माफी मांगने को कहा है. साथ ही कई मामलों पर घेरा है. उधर, गोदियाल के आरोपों पर बीजेपी ने पलटवार किया है.
अनुसूचित जाति सम्मेलन में किस तरह शामिल हो रहे सीएम?कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री को इसकी जानकारी तक नहीं है कि उनके मंत्रिमंडल के एक मंत्री ने चुनाव में भीड़ ना जुटा पाने के एवज में एक अनुसूचित जाति के एक अधिकारी का डिमोशन कर दिया था. इतना ही नहीं उनका ट्रांसफर तक करवा दिया. ऐसे में किस तरह से सीएम धामी अनुसूचित जाति सम्मेलन में शामिल हो रहे हैं. उन्हें तो जनता से माफी मांगनी चाहिए कि उनके रहते हुए ऐसा कार्य हो गया.
केदारनाथ मंदिर को लेकर घेरा:गणेश गोदियाल ने आगे कहा कि धामी सरकार के कार्यकाल में केदारनाथ से शिला दिल्ली तक पहुंच जाती है. मंदिर बनाने के लिए शिलान्यास तक हो जाता है. मुख्यमंत्री बयान देते हैं कि केदारनाथ के नाम से कोई दूसरा मंदिर नहीं बनेगा, लेकिन एक बार फिर सूचना मिल रही है कि मंदिर के नाम का इस्तेमाल किया जा रहा है. अभी तक सरकार को इस बात की भनक तक नहीं लगी है.
केदारनाथ में सोना कैसे पीतल में बदला?कांग्रेस नेता गणेश गोदियाल ने कहा कि केदारनाथ में 200 किलो से ज्यादा सोना चढ़ाने की बात को प्रचारित किया गया, लेकिन वहां 20 किलो सोना भी नहीं निकला. सोना अचानक पीतल में बदल गया. इस बात को लेकर भी जनता से मुख्यमंत्री को माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार की करनी और कथनी में अंतर है.