नालंदा: बिहार की नालंदा पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. जिसके तहत 4 साइबर ठगों को केरल लॉटरी और लोन दिलाने के नाम पर भोले-भाले लोगों से फ्रॉड करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. सोशल मीडिया पर फर्जी विज्ञापन और फोन कॉल के जरिए यह गिरोह ठगी को अंजाम देता ता. इनके पास से 36,78,655 रुपये नगद के साथ सोने-चांदी के गहने, 16 मोबाइल, लैपटॉप और प्रिंटर बरामद किया गया है.
4 चार शातिर ठग ऐसे करते थे ठगी: पुलिस अधीक्षक भारत सोनी ने कहा कि आर्थिक अपराध इकाई की ओर से जिला पुलिस को सूचना मिली थी कि मानपुर थाना क्षेत्र डमर बिगहा गांव में अभी भी कुछ नंबर सक्रीय हैं. इसी की सूचना पर उन्होंने सदर डीएसपी के नेतृत्व में टीम गठित कर टेक्निकल एविडेंस इकट्ठा कर उसके खिलाफ अभियान चलाकर घर में छापेमारी की और चार ठगों को गिरफ्तार किया. घर की जांच में भारी मात्रा में नगद और अन्य दस्तावेज मिले हैं. ये लोन के विज्ञापनों के माध्यम से लोगों से प्रोसेसिंग फीस वसूलते थे और उसके बाद संपर्क तोड़ देते थे.
गिरोह का मुखिया बनाता था वेबसाइट: गिरफ्तार आरोपियों में रोहित कुमार, नीतिन कुमार, धर्मेंद्र कुमार और दयानंद कुमार शामिल है. इस पूरे नेटवर्क में काम कमीशन-बेस्ड होता था. इस गिरोह का मुखिया वेबसाइट बनवाने के साथ-साथ 15-20 लड़कों को काम पर रखता था. वो ग्राहकों से संपर्क और अकाउंट से पैसे निकालने का काम करते थे. साइबर अपराध रोकने के लिए भारत सरकार द्वारा बनाए गए प्रतिबिंब पोर्टल और आई ट्रिपल सी (I4C) जैसे प्लेटफार्म के माध्यम से सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जाता है. इस मामले में भी पोर्टल से मिले नंबरों का सत्यापन किया गया और इन अपराधियों को पकड़ने में सफलता मिली.