भदोही:यूपी के भदोही में हफ्तेभर पहले दिनदहाड़े हुई प्रिंसिपल हत्याकांड का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. 27 साल पहले हुई हत्या की वारदात का बदला लेने के लिए ये हत्या कराई गई. इंद्र बहादुर सिंह नेशनल इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल योगेंद्र बहादुर सिंह की हत्या में शामिल मास्टरमाइंड और दो आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. हत्या के आरोपी ने बताया कि 27 साल पहले साल 1997 में मेरे पिता की हत्या की गई थी, इसीका बदला लेने के लिए हमने रेकी कर प्रिंसिपल की गोलीमार कर हत्या की. हत्याकांड का खुलासा पुलिस अधीक्षक डॉ. मीनाक्षी कात्यायन ने पुलिस लाइन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर किया.
दरअसल भदोही थाना इलाके के अमिलोरी गांव निवासी योगेंद्र बहादुर सिंह की 21 अक्टूबर को 9 बजे के करीब बसावनपुर में कार रोककर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. जिसके खुलासे के लिए एसपी ने 5 टीमों का गठन किया था. जिन्होंने वारदात स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाल कर हत्यारों की पहचान किया. जिसके बाद पुलिस की टीम ने चकपडौना गांव के सामने सुपारी किलिंग के मास्टरमाइंड और हत्या के आरोपी कलीम निवासी फाफामऊ और सौरभ सिंह निवासी चिल्ला शिवकुटी प्रयागराज को गिरफ्तार किया. पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल किए गए टाटा सफारी को भी बरामद कर लिया. गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ कर हत्या में शामिल शूटरों को भी गिरफ्तार करने के लिए लगातार पुलिस की ओर से प्रयास जारी है.
हत्याकांड का एसपी ने किया खुलासा (Video Credit; ETV Bharat) एसपी ने हत्या के कारणों का खुलासा करते हुए कहा कि, 1997 में प्रयागराज जिले के चिल्ला शिवकुटी निवासी अजय बहादुर सिंह की सिंहपुर नहर पुलिया पर हत्या की गई थी. अजय बहादुर सिंह इंद्र बहादुर सिंह नेशनल में प्रवक्ता के पद पर ज्वाइन करने के लिए जा रहे थे, तभी रास्ते में ही बदमाशों ने उनको गोली मार दी थी. अजय सिंह के बेटे सौरभ सिंह ने पिता की हत्या का बदला लेने के लिए भाड़े के शूटरों के साथ प्रिंसिपल की हत्या करने की साजिश की. एसपी ने खुलासा करते हुए कहा कि, पुलिस ने घटना में शामिल अन्य लोगों के गिरफ्तारी में जुटी हुई है जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
मीनाक्षी कात्यान ने कहा कि, गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि, हत्या की घटना को अंजाम देने के लिए दो अलग-अलग टीमों के साथ प्रिंसिपल के गांव और स्कूल की रेकी की थी. 19 अक्टूबर को भी प्रिंसिपल की हत्या करने की कोशिश हुई थी लेकिन सफल नहीं हो पाए. 21 अक्टूबर को सुबह के समय बाइक पर सवार शूटरों की एक टीम प्रधानाचार्य के घर और एक टीम विद्यालय जाने वाले रास्ते की रेकी कर तैनात थे और रास्ते में प्रिंसिपल के चार पहिया वाहन को रोककर घटना को अंजाम दिया. मास्टरमाइंड सौरभ सिंह ने बताया कि, पहले से परिचित मोहम्मद कलीम को हत्या की सुपारी देकर घटना को अंजाम देने के लिए तैयार किया था. पुलिस घटना में शामिल दूसरे शूटरों के बारे में जानकारी इकट्ठा कर उनकी गिरफ्तारी के प्रयास में जुटी हुई है.
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