नूंह: जिले के सटकपुरी गांव में चल रहे स्लॉटर हाउस ने ग्रामीणों की परेशानी बढ़ा दी है. स्लॉटर हाउस की बदबू और मांस के अवशेषों से गांव की हवा दूषित हो रही है. किसान खेती नहीं कर पा रहे हैं. साथ ही सिंचाई के लिए, जो नाला निकल रहा है, उसमें दूषित और गंदा पानी छोड़ा जाता है. कुत्ते और आवारा पशु यहां गेहूं और सरसों की फसलों पर घूमते हैं. इससे न सिर्फ किसानों की फसल चौपट हो रही है बल्कि किसानों को खेती करने में भी परेशानी हो रही है. ग्रामीण ऐसे बदबूदार माहौल के कारण बीमार पड़ते जा रहे हैं. हालांकि उनकी सुनने वाला कोई नहीं है.
दूर दराज तक फैलती है बदबू: दरअसल नूंह जिले के सटकपुरी गांव में फेयर एक्सपोर्ट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड नाम से स्लॉटर हाउस चलाया जा रहा है. इस स्लॉटर हाउस का गंदा पानी सटकपुरी गांव के पास के नहर में छोड़ा जाता है, जिससे दूर-दराज तक बदबू आती है. इसके अलावा गोबर और मांस के छोटे-छोटे टुकड़े बाहर फेंके जाते हैं. इस कारण यहां आवारा कुत्तों का झुंड आता है और खेतों में फसल को नुकसान पहुंचाता है. जब हवा चलती है तो कई-कई किलोमीटर दूर तक इसकी दुर्गंध आती है.
बदबू ने किया लोगों का जीना मुहाल: ग्रामीणों की मानें तो जिला स्तर के अधिकारियों से लेकर ऊपर तक ये इसकी शिकायत कर चुके हैं, लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है. प्रदूषण विभाग, पशुपालन विभाग से लेकर जितने भी संबंधित विभाग हैं. वह इस स्लॉटर हाउस को लेकर चुप्पी साधे हुए है. कुल मिलाकर ग्रामीणों का जीवन नरकीय बना हुआ है. ग्रामीण अंचल में जहां शुद्ध हवा होनी चाहिए, वहां बदबूदार हवा ने लोगों का जीना मुहाल किया हुआ है. खुजली, सांस सहित कई तरह की बीमारियां लोगों को हो रही हैं.
बदबू के कारण पशु नहीं खा पा रहे चारा: सबसे खास बात तो यह है कि स्लॉटर हाउस के खेतों में होने वाला पशु चारा भी किसी काम का नहीं है. पशु बदबू की वजह से चारा नहीं खा पा रहे हैं. सरकार लोगों को नूंह जिले में एक के बाद एक धड़ाधड़ स्लॉटर हाउस के लाइसेंस दे रहा है, लेकिन यहां स्लॉटर हाउस ने लोगों की मुसीबतें बढ़ाने का काम किया है. सटकपुरी गांव में बने स्लॉटर हाउस से सटकपुरी, शिकरावा, रहपुआ, तेड, मोहमदपुर सहित अन्य गांवों के लोग प्रभावित हो रहे हैं.