अंबाला: अपनी मांगों को लेकर किसान 13 फरवरी से बॉर्डर पर डटे हुए हैं. किसान किसी भी कीमत पर दिल्ली कूच करना चाहते हैं. हालांकि किसान और सरकार के बीच 4 दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन सरकार और किसानों के बीच अभी तक पूर्ण रूप से सहमति नहीं बनी है. वहीं, इस बीच किसान और पुलिस के बीच कई बार गहमागहमी की भी खबरें सामने आई. अब किसान दिल्ली कूच करने को लेकर आज कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं. ऐसे में एक बार फिर से 1 मार्च तक के लिए इंटरनेट सेवा पर पाबंदी बढ़ा दी गई है. 13 अक्टूबर से क्षेत्र में इंटरनेट सेवा बंद है. इंटरनेट सेवा बंद होने के चलते छात्रों, दुकानदारों को आए दिन भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
छात्रों और दुकानदारों की सरकार से अपील: दरअसल किसानों ने दिल्ली कूच करने का इरादा 29 तारीख तक टाल दिया गया था, जिसके चलते इंटरनेट सेवा को दोबारा शुरू कर दिया गया था. लेकिन, एक बार फिर से अंबाला के कुछ एरिया में 1 मार्च रात 12 बजे से फिर से इंटरनेट सेवा को बंद करने का ऐलान किया गया है. एक बार फिर से इंटरनेट सेवा बंद होने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. एक तरफ इंटरनेट सेवा बंद होने से जहां बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है तो दूसरी तरफ लोगों के कारोबार पर भी काफी असर पड़ रहा है. लोगों और बच्चों ने सरकार से अपील की है कि इंटरनेट सेवा को बंद न किया जाए.
शंभू बॉर्डर पर किसान: अंबाला के शंभू बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन जारी है. किसान बॉर्डर पर दिल्ली कूच के लिए अड़े हुए हैं तो वहीं हरियाणा पुलिस भी किसानों को किसी भी कीमत में दिल्ली के लिए नहीं जाने देना चाहती. किसान आंदोलन पार्ट टू के चलते हरियाणा के सात जिलों में 13 तारीख से लगभग 13 दिन तक इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया गया था, लेकिन किसानों ने 29 तारीख तक दिल्ली कूच का इरादा कैंसल कर दिया था. किसानों के इस फैसले के बाद सरकार द्वारा इंटरनेट सेवा को दोबारा शुरू कर दिया गया था, जिसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली थी. एक बार फिर से किसान आंदोलन के चलते अंबाला के कुछ इलाकों में इंटरनेट सेवा को फिर से 1 मार्च तक के लिए बंद कर दिया है.