जौनपुर : यूपी एसटीएफ और जौनपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने एक लाख रुपये के इनामी बदमाश सुमित उर्फ मोनू चवन्नी को मुठभेड़ के दौरान ढेर कर दिया. मुठभेड़ दौरान उसके दो साथी भागने में सफल रहे. बदमाश के पास से एक AK 47 रायफल और एक 9 एमएम पिस्टल और बोलेरो बरामद हुई है.
जौनपुर एसपी डॉ. अजय पाल शर्मा के अनुसार सूचना मिली थी कि सुमित उर्फ मोनू चबन्नी और उसके कुछ साथी शाहगंज की तरफ से आ रहे हैं. इनपुट के आधार पर बदलापुर के पास शाहपुर गौशाला के समीप पीली नदी पुल पर पुलिस टीम लगाई गई. इसी दौरान एक बोलेरो आती दिखाई दी. पुलिस टीम ने रुकने का इशारा किया तो बोलेरो में बैठे बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. इसके बाद पुलिस टीम ने जवाबी फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी फायरिंग में एक गोली बदमाश सुमित उर्फ मोनू चवन्नी को लग गई. यह देख उसके बोलेरो सवार दो अन्य बदमाश भाग निकले. घायल सुमित उर्फ मोनू चवन्नी को जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
एसपी डॉ. अजय पाल शर्मा के मुताबिक सुमित उर्फ मोनू चवन्नी मऊ जनपद के नरई इमलिया का रहने वाला था. मोनू चवन्नी बिहार के बाहुबली शहाबुद्दीन के गैंग का शार्प शूटर बताया जा रहा है. मोनू चवन्नी बिहार के भाजपा सांसद के प्रतिनिधि की हत्या के मामले में वांछित चल रहा था. इसके अलावा बलिया जनपद के परशुराम तिवारी और उसके बेटे की हत्या के मामले में भी वांछित था. मोनू चवन्नी पर पूर्वांचल में दो दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं. इनमें 6 मुकदमे हत्या के हैं. इसके अलावा जौनपुर में सिंगरामऊ थाने में रंगदारी और हवाई, फायरिंग के मामले में वांछित चल रहा था. मोनू चवन्नी हमेशा अलग अलग राज्यों में रहता था. देश के पांच राज्यों में उसके ठिकाने बताये जा रहे हैं. मोनू चवन्नी के ऊपर जनपद आजमगढ़, मऊ, बलिया, गाजीपुर, सहित पड़ोस के बिहार में तमाम आपराधिक मुकद्दमें में दर्ज हैं. फिलहाल पुलिस अब उसके साथियों की आपराधिक हिस्ट्री खंगालने में जुट गई है.