नई दिल्ली/चंडीगढ़ :हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तारीख में बदलाव को लेकर बुलाई गई चुनाव आयोग की बड़ी बैठक ख़त्म हो चुकी है. सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि बैठक में 25 सितंबर के आसपास या 7 अक्टूबर के आस-पास वोटिंग करवाने को लेकर चर्चा की गई है. लेकिन चुनाव आयोग ने इसे लेकर कोई आधिकारिक ऐलान नहीं किया है. बताया जा रहा है कि कुछ देर बाद प्रेस रिलीज़ जारी की जा सकती है.
चुनाव आयोग को लिखी थी चिट्ठी :आपको बता दें कि सबसे पहले बीजेपी, फिर इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और फिर बिश्नोई समाज ने चुनाव आयोग को चिट्ठी लिखकर चुनाव की तारीख में बदलाव की मांग की थी. चुनाव आयोग को लिखे गए ख़त में छुटि्टयों और बिश्नोई समाज के धार्मिक कार्यक्रम का हवाला दिया गया था और कम वोटिंग होने की आशंका जताई गई थी. ऐसे में चुनाव आयोग से मांग की गई थी कि वो हरियाणा में चुनाव की तारीख पर एक बार फिर से पुनर्विचार करे.
लंबी छुट्टियों का दिया था हवाला :हरियाणा बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बडौली ने चुनाव आयोग को लिखे ख़त में कहा था कि 28 और 29 सितंबर को शनिवार, रविवार पड़ा है. 1 अक्टूबर को वोटिंग होगी, जबकि 2 अक्टूबर को गांधी जयंती है. वहीं 3 अक्टूबर को अग्रसेन जयंती की छुट्टी है. ऐसे में लंबी छुट्टियों में वोटर बाहर घूमने निकल जाएगा जिसके चलते राज्य में मतदान पर असर पड़ सकता है. वहीं 2 अक्टूबर को राजस्थान के मुकाम धाम में बिश्नोई समाज का बड़ा धार्मिक कार्यक्रम है जिसमें हरियाणा समेत कई राज्यों से लोग पहुंचते हैं. इसका भी असर वोटिंग पर पड़ सकता है क्योंकि हरियाणा में बिश्नोई समाज की अच्छी-खासी तादाद है. वहीं इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला और अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा ने भी बीजेपी की मांग का समर्थन करते हुए चुनाव आयोग को ख़त लिखा था.
"घबरा गई बीजेपी" :वहीं हरियाणा कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि बीजेपी छुट्टियों का बहाना बनाकर चुनाव टालना चाहती है, जबकि हरियाणा की जनता ने बीजेपी को अलविदा करने का फैसला कर लिया है. इस बीच जेजेपी नेता दुष्यंत चौटाला ने कहा कि बीजेपी वक्त से पहले मतदान के ऐलान से बुरी तरह घबरा गई है और इसलिए इस तरह की बातें की जा रही है.