धनबाद: जिले में एक ऐसा भी थाना है, जहां 100 सालों में कोई बड़ी धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने वाली घटना नहीं घटी है. बाघमारा थाना अंग्रेजों के जमाने 1924 में बनाया गया था. इस थाना की स्थापना के 100 साल पूरा हो चुके हैं. इन 100 सालों में थाना क्षेत्र में कोई बड़ी घटना से संबंधित मामला दर्ज नहीं हुआ है.
बाघमारा थाना में पहले 7 ओपी थाना के मामले दर्ज होते थे. बाघमारा थाना में महुदा, बरोरा, सोनारडीह, धर्माबांध, भाटडीह, मधुबन और खरखरी ओपी के मामले दर्ज होते थे. दो दशक में इन थाना ओपी को यहां से विभक्त कर दिया गया है. वहीं स्थानीय पवन भारतीय ने कहा कि बाघमारा थाना के 100 साल पूरे हो गए हैं. 100 सालों में कभी आपसी सौहार्द्र बिगाड़ने वाली घटना नहीं हुई है. यहां के लोग बहुत मिलजुल कर कानून का पालन करते हुए रहते हैं. अगर कोई छोटी मोटी घटना हुई है तो मिल बैठकर उसे तुरंत सुलझा लिया गया है.