छत्तीसगढ़ की बहनों ने वीर जवानों को राखी के साथ भेजी आंगन की मिट्टी, ताकि घर की याद न आए - Dhamtari Sisters Rakhi for Soldier - DHAMTARI SISTERS RAKHI FOR SOLDIER
धमतरी की बहनों ने जवान भाईयों के लिए घर के आंगन की मिट्टी के साथ राखी भेजी है, ताकि जवानों को बहनों के प्यार के साथ घर के मिट्टी की खुश्बू मिल सके.
बहनों ने जवान भाईयों के लिए भेजा खास राखी (ETV Bharat)
वीर जवानों को राखी के साथ भेजी आंगन की मिट्टी (ETV Bharat)
धमतरी: रक्षाबंधन का त्यौहार सनातन धर्म का प्रमुख त्योहार है. आने वाले दिनों में पूरा देश इस भाई बहन के पवित्र पर्व को मनाने जा रहा है, हालांकि इस बीच देश के बहादुर भाई यानी कि सैनिकों की कलाई सूनी रह जाती है. ये जवान नक्सल मोर्चे पर तैनात रहकर लोगों की रक्षा करते हैं. इन वीर भाईयों के लिए धमतरी के भारतीय जनता महिला मोर्चा की सदस्यों ने खास राखियां तैयार कर भेजा है.
बहादुर भाइयों के लिए बहनों की राखी:धमतरी की इन बहनों ने सैनिक भाईयों के सम्मान में गांधी मैदान में विशेष आयोजन किया. जिसमें धमतरी शहर के विभिन्न संगठनों से जुड़े हुए या सामान्य लोगों ने भी सैनिकों के लिए राखी भेजी. राखी वाले लिफाफे में आंगन की मिट्टी भी मिलाई ताकि घर के मिट्टी की खुशबू सीमा पर तैनात जवानों के हौसलों को बढ़ाए. साथ ही ये अहसास दिलाए कि उनकी बहनों को अपने वीर भाई की चिंता है.
मातृ शक्ति का आशीर्वाद वीर सैनिकों के साथ:कार्यक्रम में शामिल महिलाओं ने बताया, "यह रक्षा सूत्र सरहद और नक्सल प्रभावित क्षेत्र में तैनात वीर सैनिकों के लिए है, जो इस पवित्र पर्व पर अपने घर अपनी बहनों के बीच नहीं पहुंच पाते. ऐसे जांबाज जवानों के लिए प्रदेश कार्यालय के माध्यम से उन तक राखी पहुंचाई जाएगी. हमारे देश के सैनिक अपनी जान की परवाह किए बिना अपनी मातृभूमि की रक्षा और हमारी सुरक्षा के लिए लगातार ड्यूटी पर तैनात रहते हैं. किसी भी तीज त्योहारों में उन्हें छुट्टियां नहीं मिल पाती है. उन्हें भी अपने परिवार के साथ की आवश्यकता होती है. देश के सभी मातृ शक्तियों का आशीर्वाद और दुआएं हमारे देश के वीर सैनिकों के साथ है."
बीजेपी महिला मोर्चा ने संग्रह किया राखी:बीजेपी महिला मोर्चा की ओर से कार्यक्रम आयोजित किया गया. शनिवार को शहर के गांधी मैदान में "एक राखी देश के वीर सैनिकों के नाम" कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में महिला मोर्चा, वार्ड की बहनें, शिक्षिकाएं, स्कूली छात्राएं सहित विभिन्न समाज की महिलाओं ने हिस्सा लिया. सभी ने एक लिफाफे में रक्षा सूत और अपने आंगन की मिट्टी और पता लिखकर सैनिकों को भेजा.