छत्तीसगढ़

chhattisgarh

ETV Bharat / state

पालनार गांव में 78 साल बाद आई सरकार, नक्सलगढ़ वासियों के चेहरों में लौटी रौनक - Naxal affected Palanar village

Deputy CM Vijay Sharma छत्तीसगढ़ के धुर नक्सलगढ़ क्षेत्र में बसे गांव पालनार में मंत्री विजय शर्मा ने कदम रखा.आपको बता दें कि इस गांव को नक्सलियों का गढ़ कहा जाता था.लेकिन कैंप बनने के बाद अब पुलिस और प्रशासन शांति लाने में कामयाब रही है. Palanar village of Bijapur

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Aug 16, 2024, 7:40 PM IST

Naxal affected Palanar village
पालनार गांव में 78 साल बाद आई सरकार (ETV Bharat Chhattisgarh)

बीजापुर : आजादी के 78 साल बाद धुर नक्सल प्रभावित गांव में किसी मंत्री ने कदम रखा है. छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम विजय शर्मा अति संवेदनशील गांव पालनार पहुंचे और 7 गांव के ग्रामीणों से रुबरु हुए.इस दौरान छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा से गांव के लोगों ने बिजली, सड़क और पानी जैसी बुनियादी चीजों की मांग रखी.इस दौरान डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने बुनियादी सुविधाओं को जल्द पूरा करने का वादा किया. साथ ही पालनार में जमीन के पट्टा, राशन कार्ड,आधार कार्ड और युवाओं के लिए खेल सामग्री बांटे.

गांव के विकास को मिलेगी गति :आजादी के 78 वर्ष बाद छत्तीसगढ़ सरकार के गृहमंत्री विजय शर्मा धुर नक्सलगढ़ क्षेत्र पालनार पहुंचे. पहली बार सरकार के गांव में पहुंचने पर ग्रामीण काफी खुश दिखे.छत्तीसगढ़ सरकार के गृहमंत्री विजय शर्मा ने देसी अंदाज में ग्रामीणों के साथ चटाई पर बैठकर समस्याएं सुनी.

पालनार गांव में 78 साल बाद आई सरकार (ETV Bharat Chhattisgarh)

''ग्रामीणों की मांग जायज है.एक सप्ताह के भीतर गांव में सौर ऊर्जा से चलने वाली टीवी और डीटीएच लगा दिए जाएंगे. अब ग्रामीण खुद निर्णायक मोड़ में आ गए हैं नक्सल गांव में विकास होगा.''- विजय शर्मा,डिप्टी सीएम

आपको बता दें कि बीजापुर जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत पालनार को नक्सलगढ़ कहा जाता था. लेकिन छत्तीसगढ़ में नई सरकार बनते ही सीआरपीएफ बेस कैंप की स्थापना की गई. सीआरपीएफ कैंप की स्थापना के बाद से पालनार में विकास को गति मिलने लगी. बीजापुर जिला प्रशासन और पुलिस ने पालनार गांव के आसपास के ग्रामीणों से मिलकर उन्हें नक्सल समस्या से आजाद करने का वादा किया.प्रशासन और पुलिस ने अपना वादा पूरा भी किया.

छत्तीसगढ़ में दम तोड़ता 'रोका-छेका अभियान'
धमतरी में हार नहीं मानने वाली लड़ाई, दो बाहुबली सांडों की भिड़ंत से सहमे लोग - Dhamtari Bull Fight
Hearing loss in stray cattle आवारा मवेशियों में सुनने की क्षमता हुई कम, शोध में खुलासा

ABOUT THE AUTHOR

...view details