नई दिल्ली: जेएनयू छेड़छाड़ मामले में परिसर के मेन गेट पर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठी छात्राओं से कुलपति ने बातचीत की. उन्होंने कहा कि अगर यह धरना मेन गेट से हटाकर साबरमती लॉन में ले जाते हो तो इस समस्या का समाधान हो जाएगा, हालांकि अभी तक छात्राओं ने धरनास्थल में कोई बदलाव नहीं किया है. जेएनयू आइसा इकाई की अध्यक्ष मधुरिमा ने बताया कि कुलपति शांतिश्री धूलिपुड़ी पंडित ने प्रदर्शनकारी छात्राओं से धरना स्थल पर जाकर मुलाकात की थी और उनसे अपना विरोध प्रदर्शन स्थानांतरित करने को कहा था. धरनास्थल में बदलाव करने के बाद छात्राओं को समस्या के समाधान का आश्वासन दिया गया, लेकिन अभी हम लोगों ने धरने को स्थानांतरित करने को लेकर कोई विचार नहीं किया है. आज ईद की छुट्टी है, इसलिए धरना मेन गेट पर ही चल रहा है. हम शाम में धरने स्थल में बदलाव को लेकर प्रदर्शनकारी छात्राओं से बात करेंगे.
जानिए, धरना प्रदर्शन के पीछे की वजह
दरअसल, जेएनयू की एक छात्रा ने आरोप लगाया कि 30 मार्च की रात को परिसर के पास रिंग रोड पर दो पूर्व छात्र समेत चार लोगों ने उसके साथ छेड़छाड़ की. इस मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन ने तीन प्रोफेसरों की समिति गठित कर घटना की जांच के आदेश दिए, जिसमें दो पूर्व छात्रों को सस्पेंड कर दिया गया, जबकि पीड़िता ने दावा किया कि आरोपी अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं, जिसके चलते छात्राएं 11 दिन से लगातार उत्तरी गेट पर धरने पर बैठी हैं. कुलपति ने एक बयान में कहा था कि मैंने छात्रों से मुलाकात कर उनसे अपील की कि उन्हें अपना विरोध प्रदर्शन प्रवेश द्वार से हटाकर साबरमती लॉन में स्थानांतरित कर लेना चाहिए. वीडियो में देखा जा सकता है कि वे छात्राओं के हटने पर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दे रहीं हैं. मामले पर कार्रवाई की मांग को लेकर सोमवार को कुलपति ने अन्य छात्राओं के साथ पीड़िता से मुलाकात की.