नई दिल्ली:दिल्ली में पानी की किल्लत को लेकर सियासत पूरी तरह से गरमाई हुई है. पानी को लेकर गरमाये सियासी पारे के बीच प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने राजधानी में भारी जल संकट पर चिंता जताते हुए इस मामले पर उपराज्पाल वीके सक्सेना को एक पत्र लिखा है. यादव ने एलजी से आग्रह किया है कि जल रिसाव में दिल्ली जल बोर्ड व पुलिस अधिकारियों की निष्क्रियता के साथ-साथ जल मंत्री के बयानों के आधार पर आरोपियों के खिलाफ आपराधिक मामले के तहत तुरंत एफआईआर दर्ज कराई जाए.
इस बीच राजधानी में पैदा हुए जल संकट पर कांग्रेस भी पिछले 20-25 दिनों से दिल्ली सरकार पर हमला बोलना जारी रखा है. कांग्रेस की ओर से पानी की किल्लत को लेकर मटका फोड़ हल्ला बोल प्रदर्शन करने के बाद बीजेपी ने भी आज सोमवार को दिल्ली भर में मटका फोड़ प्रदर्शन किया.
प्रदेश अध्यक्ष ने ईद के मौके पर पानी की भारी कमी पर भी चिंता जताई. उन्होंने कहा कि ईद के मौके पर पानी की व्यवस्था नहीं होना दिल्ली सरकार की सबसे बड़ी विफलता है. लगातार गिरता जल स्तर राजधानी के लोगों के भारी चिंता का विषय है, जिस पर सभी को मिलकर प्रयास करना चाहिए. जिसमें दिल्ली कांग्रेस दिल्ली की जनता के साथ है.
यह भी पढ़ें-दिल्ली में जल संकट पर आज भी सड़कों पर BJP, सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा- सरकार की काम करने की नीयत नहीं
देवेन्द्र यादव ने बताया कि दिल्ली पुलिस और सर्विसेज विभाग उपराज्यपाल के दायरे में आते हैं. हम आपका ध्यान दिलाना चाहेंगे कि कुछ तत्व जल संकट को निपटाने की बजाय सरकार और पुलिस अधिकारियों के साथ मिलकर मुद्दे को राजनीतिक लड़ाई में बदलने का प्रयास कर रहे हैं.
देवेन्द्र यादव ने एक अखबार की खबर का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी के देवली से विधायक प्रकाश जरवाल पर टैंकर माफिया से 60 लाख प्रति माह उगाही के आरोप सामने आए हैं. इससे पूर्व प्रकाश जरवाल के खिलाफ टैंकर मालिक डा. राजेन्द्र सिंह पर आत्महत्या का दवाब डालने का आरोप लगा है. उन्होंने कहा कि प्रकाश जरवाल टैंकर माफिया की मिलीभगत में इकलौते विधायक नही हैं, अधिकतर विधायक टैंकर माफिया से मिलकर करोड़ों रुपये का भ्रष्टाचार कर रहे है.
बताया कि दिल्ली की जनता को राहत देने के लिए दिल्ली कांग्रेस ने राजधानी में भ्रष्ट अधिकारियों और राजनेताओं की सांठगांठ की जांच के लिए 2015-16 और 2022-23 के बीच 58 प्रतिशत पानी के रिसाव के कारण 17,575 करोड़ रुपये के भारी नुकसान के बारे में केंद्रीय सतर्कता विभाग में शिकायत दर्ज कराई थी. उपराज्यपाल ने भी कुल पानी के उत्पादन का 58 प्रतिशत रिसाव व चोरी पर चिंता व्यक्त की है. यह हमारी केंद्रीय सतर्कता विभाग को दी गई शिकायत को मबजूती देता है.
यह भी पढ़ें-दिल्ली में पानी का सूखा, सियासत की टंकी फुल ! वीरेंद्र सचदेवा का आरोप, AAP के विधायक कर रहे पानी की कालाबाजारी