पंचकूला: हरियाणा के पहाड़ी क्षेत्र, पिंजौर व मोरनी में खतरा बना हुआ है. इसका कारण क्षेत्र में तेजी से अवैध माइनिंग का होना है. लेकिन पुलिस-प्रशासन के प्रयासों के बावजूद अवैध माइनिंग की घटनाएं थम नहीं रही हैं. नतीजतन अवैध खनन से पहाड़ी क्षेत्र के पर्यावरण पर आगामी समय में नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. यह चिंता अब कालका से भाजपा की विधायक शक्ति रानी शर्मा को भी सताने लगी है.
अवैध खनन पूरी तरह खत्म करना जरूरी
कालका से विधायक शक्ति रानी शर्मा ने कहा कि क्षेत्र में माइनिंग पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगाने की जरूरत है. उन्होंने अधिकारियों की तारीफ करते हुए कहा कि खनन में पहले की अपेक्षा काफी हद तक नियंत्रित हुआ है लेकिन अवैध खनन को पूरी तरह खत्म करना है. इस संबंध में शक्ति रानी शर्मा ने बीते दिनों लघु सचिवालय के सभागार में जिला स्तरीय टास्क फोर्स खनन समिति की बैठक की अध्यक्षता भी की थी.
यहां अवैध खनन से लोग परेशान
विधायक शक्ति रानी शर्मा ने कहा कि बृज कोटी, नानकपुर, बडोना कलां में काफी अधिक अवैध खनन हो रहा है. यहां अवैध खनन के दौरान आवाजाही करने वाले वाहनों के कारण रात के समय लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. उन्होंने कहा कि क्रेशरों व अन्य क्षेत्रों में जांच को बढ़ाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि वो अवैध माइनिंग रोकने के लिए प्रशासन का पूरा सहयोग कर रही हैं.
उपायुक्त ने अधिकारियों को दिए निर्देश
पंचकूला की उपायुक्त मोनिका गुप्ता ने बताया कि कुछ गाड़ियां खनन विभाग द्वारा सुपरदारी पर छोड़ी जाती हैं, जिन्हें बार-बार खनन में इस्तेमाल किया जाता है, जिससे खनन को बढ़ावा मिल रहा है. उन्होंने निर्देश दिए कि अब सुरपदारी पर छोड़ी जाने वाली गाड़ियों को दोबारा खनन में इस्तेमाल नहीं करने दिया जाए. यदि गाड़ी खनन में दोबारा पकड़ी जाती है तो उसे जब्त करने के निर्देश दिए. उपायुक्त ने यह भी निर्देश दिए कि पुलिस विभाग, माइनिंग विभाग और इंफॉसमेंट विभाग मिलकर चार जगहों पर स्थाई नाकबंदी करें, ताकि अवैध खनन में लगाए और ओवरलोडिड वाहनों को रोका जा सके.