दमोह: तेजगढ़ थाना क्षेत्र स्थित सहकारी बैंक से चोरी का अजीबो गरीब मामला सामने आया है. दरअसल, शुक्रवार की देर रात चोर बैंक की दीवार में छेद करके तिजोरी तक पहुंच गए. बैंक की तिजोरी में रखे 7 लाख 50 हजार रुपए चोरी कर लिए. वहीं तिजोरी की दूसरे दराज में 15 लाख रुपए रखे थे. चोरों ने दूसरी दराज को खोलने या तोड़ने का प्रयास किया, लेकिन संभवत: उसमें या तो सफल नहीं हो पाए या फिर दराज में रखे 15 लाख रुपयों पर उनकी नजर नहीं पड़ पाई. अन्यथा यह चोरी साढ़े 22 लाख रुपए की होती. हालांकि, मामला पूरा संदिग्ध बना हुआ है.
तेजगढ़ पुलिस मामले की जांच में जुटी
दरअसल, 5 अक्टूबर को सिंग्रामपुर में कैबिनेट की बैठक थी. जिसमें जिले भर के आला अधिकारी और कर्मचारियों की ड्यूटी लगी हुई थी. इसके अलावा आम जनता भी सिंग्रामपुर पहुंची थी. जिसके कारण पहले दिन तो चोरी की किसी को भनक नहीं लगी और मामला दब गया. इस बीच बैंक के प्रबंधक पंकज मिश्रा ने मामले की शिकायत तेजगढ़ पुलिस थाने में दर्ज कराई. पुलिस ने डॉग स्क्वाड और एफएसएल टीम के सहयोग से चोरों का पता लगाने का प्रयास किया, लेकिन प्राथमिक तौर पर उन्हें सफलता नहीं मिली. हालांकि, पुलिस अभी भी हर पहलू पर जांच कर रही है.
सवालों के जवाब देने से बच रहे बैंक अधिकारी
इस मामले में सबसे ज्यादा जो संदिग्ध बात सामने आई हैं, वह यह है कि जब चोर चोरी करने के उद्देश्य से आए ही थे, तो वह केवल 7.50 लाख रुपए ही क्यों ले गए. 15 लाख रुपए क्यों छोड़ दिए? जब वह एक दराज तोड़ सकते हैं, तो क्या उन्होंने दूसरी दराज तोड़ने का प्रयास नहीं किया होगा या वह उसमें असफल रह गए? इन सारे सवालों के जवाब बैंक प्रबंधन देने से बच रहा है. बैंक के अधिकारी इस मामले में कुछ भी नहीं बोल रहे हैं.
हर पहलू की पुलिस बारीकी से कर रही जांच
इस संबंध में तेजगढ़ थाना प्रभारी अरविंद पटेल ने बताया कि "चोरों ने बैंक के पीछे वाली दीवार में छेद करके चोरी की है. यह बात सही है कि बैंक में साढ़े 22 लाख रुपए रखे थे. जिसमें से चोर 7.50 लाख रुपए ले गए हैं. संभव है कि उनकी नजर 15 लाख रुपए पर नहीं पड़ पाई या वह दूसरा दराज नहीं खोल पाए होंगे. शायद इसलिए बच गए, लेकिन हम हर पहलू की बारीकी से जांच कर रहे हैं."