रायपुर: चक्रवाती तूफान दाना गुरुवार रात ओडिशा तट से टकरा गया. दाना तूफान के आने से ओडिशा के भद्रक जिले में तेज हवाओं और बारिश के कारण कई पेड़ उखड़ गए. भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, ओडिशा में वर्तमान में 100-110 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तेज हवाएं चल रही हैं, जो 120 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती हैं. IMD के अनुसार
दाना से तेज हवाएं और बारिश:चक्रवाती तूफान 'दाना' 12 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ गया है और यह धामरा से लगभग 15 किलोमीटर उत्तर और हबलीखाती नेचर कैंप (भितरकनिका) से 30 किलोमीटर उत्तर-उत्तरपश्चिम में उत्तरी तटीय ओडिशा पर केंद्रित है. आईएमडी ने यह भी बताया कि अगले 1-2 घंटों तक भूस्खलन की प्रक्रिया जारी रहेगी.
दाना का छत्तीसगढ़ में असर: मौसम वैज्ञानिक गायत्रीवाणी कांचीभोटला बताया कि गुरुवार को एक चक्रवाती तूफान दाना ओडिशा और पश्चिम बंगाल की खाड़ी में तब्दील होने की प्रबल संभावना है. लेकिन इसका ज्यादा असर छत्तीसगढ़ में फिलहाल देखने को नहीं मिलेगा. लेकिन इतना जरूर है कि इसकी वजह से दक्षिण छत्तीसगढ़, मध्य छत्तीसगढ़ और उत्तर छत्तीसगढ़ में 25 और 26 अक्टूबर को बारिश होगी. कुछ जगहों पर बादल छाए रहने की संभावना है.
ओडिशा और बंगाल तटों की ओर तेजी से बढ़ रहा दाना:चक्रवात दाना के आने से पहले ओडिशा के केंद्रपाड़ा तट पर समुद्र में ऊंची लहरें देखी गई. भद्रक के धामरा में तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी हो रही है. वहीं चक्रवात के आने से पहले पश्चिम बंगाल के दीघा में हल्की बारिश हुई. शुक्रवार सुबह ओडिशा के भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान और धामरा बंदरगाह के बीच 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेगी.