"पीडिया एनकाउंटर फर्जी, आत्मसमर्पित नक्सलियों के सहारे हो रही है आदिवासियों की निर्मम हत्या" : मनीष कुंजाम - Pedia Naxal encounter - PEDIA NAXAL ENCOUNTER
पीडिया मुठभेड़ को लेकर सीपीआई नेता मनीष कुंजाम ने गुरुवार को प्रेस वार्ता कर पीडिया एनकाउंटर को फर्जी बताया है. उनका आरोप है कि आदिवासी महुआ और वनोपज एकट्ठा करने जंगल में गए थे, जिनकी पुलिस ने निर्मम तरीके से हत्या की. उन्होंने पीडिया मुठभेड़ की न्यायिक जांच का मांग की है और दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है.
सीपीआई नेता पीडिया नक्सली एनकाउंटर को फर्जी बताया (ETV BHARAT)
बीजापुर: जिले में सीपीआई नेता मनीष कुंजाम ने बुधवार को पीडिया में ग्रामीणों से मुलाकात की. मुठभेड़ के बारे में उनसे पूरी जानकारी ली. जिसके बाद गुरुवार को प्रेस वार्ता कर मनीष ने पीडिया एनकाउंटर को फर्जी बताया है. उनका आरोप है कि आत्मसमर्पित नक्सलियों के सहारे आदिवासियों की निर्मम हत्या की जा रही है. उन्होंने पीडिया मुठभेड़ की न्यायिक जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग रखी है.
"तेंदू पत्ता और वनोपज इक्कठे कर रहे आदिवासी" :सीपीआई पूर्व विधायक मनीष कुंजाम समेत सीपीआई के स्थानीय नेता और 15 सदस्य पीडिया पहुंचे. जहां मनीष कुंजाम ने हजारों की संख्या में मौजूद ग्रामीणों से मुलाकात की. प्रेस वार्ता में मनीष कुंजाम ने बताया, "ग्रामीणों ने बताया कि वे सभी तेंदू पत्ता और वनोपज इक्कठे कर रहे थे. तभी पुलिस ने चारों तरफ से घेरा और एक जगह ले जाकर गोली मारा. कइयों ने गुहार लगाई कि हमें मत मारिए, फिर भी पुलिस ने एक नहीं सुनी और सबकी निर्मम तरीके से हत्या कर दी."
"ताजुब की बात यह है कि उसमें एक गूंगा भी है अवलम सन्नू, जो बोल और सुन नहीं सकता. वहां पत्थर पर बैठा था, उसे भी पुलिस ने गोली मारी, जिसके चार बच्चे भी हैं. दूसरा मोटू अवलम 16 साल का नाबालिग था. तीसरा ओयम भीमा, जो पेड़ पर चढ़ा था, उसे वहीं गोली मारा गया. ऐसे करके बारी बारी से सभी को मौत के घाट उतारा गया. एक नाबालिग के पैर में तीन गोली लगी है, वह घायल है. उसे अभी तक कोई इलाज नहीं मिला है. महिलाओं के माना करने पर उन्हे डंडे और लात घुसों से मारा गया." - मनीष कुंजाम, पूर्व विधायक, सीपीआई
आत्मसर्पित नक्सलियों को लेकर गंभीर आरोप : मनीष कुंजाम ने कहा, "ये जो हो रहा है, सब आत्मसर्पित नक्सलियों के द्वारा किया जा रहा है. ये पुलिस बनने के लायक भी नहीं हैं और इन्हें बंदूक थमाया जा रहा है. जब ये नक्सली संगठन में थे, तब भी निर्दोषों को मारा, अब भी मार रहे हैं."
सीपीआई नेता मनीष कुंजाम और 15 सदस्यीय जांच दल ने इस घटाना की न्यायिक जांच की मांग रखी है. साथ इस मुठभेड़ को फर्जी बताते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है. इस प्रेस कांप्रेस में सीपीआई नेता मनीष कुंजाम के साथ अन्य सीपीआई नेता और कार्यकर्त्ता मौजूद रहे.