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लोहरदगा कांग्रेस में ऑल इज वेल नहीं, पार्टी के अंदर क्यों मचा है हंगामा! - Controversy in Lohardaga Congress

Lohardaga Congress. झारखंड में कांग्रेस पार्टी अभी झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ सत्ता में है. इसके बावजूद लोहरदगा में हाल के समय में कांग्रेसी नेताओं के बयान बता रहे हैं कि कांग्रेस में ऑल इज वेल नहीं है. हालांकि यह विवाद अभी से नहीं बल्कि लोकसभा चुनाव से ही शुरू हो गया था.

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लोहरदगा जिला कांग्रेस भवन (ETV BHARAT)

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Aug 25, 2024, 11:03 PM IST

लोहरदगा: राजनीति में प्रतिद्वंद्विता और विवाद का गहरा नाता है. मौजूदा राजनीतिक माहौल में नीतियों और सिद्धांतों से ज्यादा बयानों की चर्चा हो रही है. झारखंड में कांग्रेस पार्टी अभी झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ सत्ता में है. इसके बावजूद लोहरदगा में हाल के समय में कांग्रेसी नेताओं के बयान बता रहे हैं कि कांग्रेस में ऑल इज वेल नहीं है. आखिर क्यों बयानों के तीर चलाए जा रहे हैं.

लोहरदगा कांग्रेस में कुछ ठीक नहीं! (ETV BHARAT)

दो गुटों में बटी दिख रही कांग्रेस

लोहरदगा कांग्रेस में विवाद कुछ समय पहले ही शुरू हो गया था. भले ही अभी दो चयनित जनप्रतिनिधि अपने बयानों से एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं, परंतु लोहरदगा जिला कांग्रेस के अंदर इसकी पृष्ठभूमि कुछ समय पहले ही तैयार हो चुकी थी. बात लोकसभा चुनाव की है. चुनाव के दौरान कांग्रेस के एक गुट पर आरोप लगा कि वह कांग्रेस के प्रत्याशी सुखदेव भगत को हराने के लिए एक निर्दलीय प्रत्याशी के पक्ष में चुनाव प्रचार कर रहे हैं. इस दौरान लोकसभा चुनाव में सुखदेव भगत की जीत हो गई. फिर क्या था, एक-दूसरे पर बयानों का तीर खुलकर चलने लगे.

लोहरदगा में चुनाव की समीक्षा बैठक के दौरान प्रदेश स्तरीय नेताओं के सामने ही जिला कांग्रेस कमेटी के नेता आपस में भिड़ गए. बात मारपीट और एफआईआर तक पहुंच गई. इसके बाद भी मामला शांत नहीं हुआ. हाल के समय में मंत्री डॉ. रामेश्वर उरांव ने लोहरदगा में अल्पसंख्यक समुदाय के एक नेता को मंत्री प्रतिनिधि नियुक्त किया. इसके बाद दूसरा गुट जैसे ही हमलावर हो गए खुद सांसद सुखदेव भगत ने इस पर सवाल उठा दिए. उन्होंने कहा कि रामेश्वर उरांव जनता को मूर्ख बना रहे हैं. किसी भी मंत्री का प्रतिनिधि नियुक्त नहीं होता है. इसके बाद रांची में मंत्री ने इसके जवाब में कहा कि जिनके घर खुद शीशे के होते हैं, वह दूसरे के घरों पर पत्थर नहीं मारा करते.

इरफान अंसारी का कांग्रेस नेताओं से अपील

लोहरदगा में कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे झारखंड सरकार के ग्रामीण विकास मंत्री इरफान अंसारी से जब इस विवाद के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि रामेश्वर उरांव एक सीनियर लीडर हैं, उनके अभिभावक की तरह हैं. हमें अब एक होकर चुनाव की तैयारी करनी चाहिए. हमारी लड़ाई भाजपा और आजसू के साथ है. आपस में लड़ने की जरूरत नहीं है. जो लोग इस तरह का माहौल तैयार कर रहे हैं, वह उनसे अनुरोध करते हैं कि एकजुट हो जाएं और रामेश्वर उरांव को जीतने को लेकर काम करें.

खैर आने वाले समय में पता चलेगा कि दोनों गुट एक होते हैं या नहीं. यह विवाद खत्म हो पाता है या नहीं. लेकिन इतना तय है कि कांग्रेस पार्टी के अंदर ऑल इज वेल नहीं है. कांग्रेस पार्टी के अंदर चल रहा विवाद बढ़ता ही जा रहा है. पहले कार्यकर्ताओं के बीच बयानों के तीर चल रहे थे. अब नेता एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं. विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आने के बीच पार्टी के अंदर चल रही यह लड़ाई बता रही है कि फिलहाल कांग्रेस की लड़ाई खुद की पार्टी से है.

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