रांची: ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी की दिल्ली मुख्यालय में 21 अगस्त 2024 को हुई बैठक में अडानी महाघोटाला, देशव्यापी जाति जनगणना और भारत के संविधान अंतर्गत निहित आर्थिक, सामाजिक एवं राजनीतिक न्याय के प्रावधानों का वास्तविक अर्थों में सम्मान की आवश्यकता सहित कई गंभीर मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई. झारखंड कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रेसिडेंट सतीश पॉल मुंजनी ने जानकारी देते हुए बताया कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की उपस्थिति में हुई बैठक में आगे की रणनीति तय की गई है.
सभी राज्यों में ED कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन
प्रदेश कांग्रेस मीडिया प्रेसिडेंट सतीश पॉल मुंजनी ने बताया कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने अडानी महाघोटाला की जांच के लिए बार-बार एक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) गठित करने की मांग को केंद्र सरकार ने अनसुना किया है. जिसे पहली बार हिंडनबर्ग रिपोर्ट द्वारा उजागर किया गया था. हाल ही में हिंडनबर्ग के खुलासों ने वित्तीय बाजार नियामक संस्था सेबी और उसके चेयरपर्सन को लेकर जो खुलासे किए हैं उससे साफ हो गया है कि कैसे फर्जीवाड़ा किया गया है.
कांग्रेस नेता ने कहा कि पूरा का पूरा मामला मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा है. जिसमें तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है, लेकिन ईडी आश्चर्यजनक रूप से चुप है. उन्होंने कहा कि हर दिन इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर और अधिक खुलासे सामने आ रहे हैं, जो स्थिति की गंभीरता को दर्शाता है. कांग्रेस नेता ने कहा कि भले ही पूरे मामले पर ईडी चुप रहे लेकिन कांग्रेस चुप नहीं रह सकती. इसलिए गुरुवार, 22 अगस्त 2024 को देशभर में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कार्यालयों के सामने बड़े पैमाने पर कांग्रेस कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन आयोजित करेंगी और उच्चतम स्तर पर केंद्र सरकार के जवाबदेही की मांग करेंगी.