रांची: गोड्डा लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी निशिकांत दुबे द्वारा नामांकन के दौरान सौंपे गए शपथ पत्र में अभिषेक झा से एक करोड़ लोन लिए जाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. वहीं गोड्डा सीट से ही निर्दलीय प्रत्याशी अभिषेक झा ने लोन देने से इनकार किया है. इसके बाद सोमवार 20 मई को कांग्रेस और जेएमएम का एक शिष्टमंडल मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार से मिलकर लिखित शिकायत की है.
पैसे के लेन-देन की जांच कराने की मांग
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय पहुंचे कांग्रेस प्रदेश महासचिव राकेश सिन्हा और जेएमएम नेता मुस्ताक आलम के नेतृत्व में शिष्टमंडल ने पूरे मामले की जांच कराने की मांग करते हुए इस पैसे के लेन-देन पर सवाल उठाया है. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने शिष्टमंडल को समुचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
पैसे के लेन-देन से उठे पर्दा, आखिर किसने किसको दिया लोन-राकेश सिन्हा
शिष्टमंडल ने पैसे के लेन-देन पर सवाल खड़ा करते हुए कहा है कि जिस तरह से अभिषेक झा ने लोन नहीं देने और अपने शपथ पत्र में उनके द्वारा किसी तरह का जिक्र नहीं किया जाना बड़ा सवाल खड़ा करता है. प्रदेश कांग्रेस महासचिव राकेश सिन्हा चुनाव आयोग से इस मामले की जांच कराने की मांग करते हुए निशिकांत दुबे और अभिषेक झा की उम्मीदवारी को रद्द करने की मांग की है.
उन्होंने कहा है कि यदि यह काला धन है तो ईडी और सीबीआई के द्वारा क्यों नहीं कर्रवाई की गई. यदि सफेद धन है तो इसका जिक्र शपथ पत्र में क्यों नहीं किया गया है. निशिकांत दुबे यदि अभिषेक झा से लोन लिए हैं तो या तो चेक से लोन लिए होंगे या कैश से इसका जिक्र होना चाहिए था. ऐसे में इसकी जांच जरूर होनी चाहिए.