मथुरा: वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा का कॉलोनी वासियों द्वारा विरोध किए जाने के बाद लगातार मामला गर्माने लगा है. जहां एक ओर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने पदयात्रा का समर्थन करते हुए विरोध कर रहे लोगों को कहा कि विरोध करने वाले लोग मनुष्य नहीं हो सकते. तो वहीं यात्रा का विरोध करने वाले लोगों को स्थानीय लोगों का विरोध भी सहन करना पड़ा. इसके बाद अब कॉलोनी वासियों ने संत प्रेमानंद महाराज से मुलाकात कर माफी मांगते हुए विरोध करने का कारण बताया और माफी मांगी.
दरअसल, वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज श्री कृष्ण शरणम सोसाइटी में रहते हैं. वह प्रतिदिन सोसाइटी से रमणरेती स्थित आश्रम हित राधा केली कुंज आश्रम लगभग 2 किलोमीटर पैदल चलकर यात्रा पूरी किया करते थे. इस दौरान सड़कों के दोनों तरफ भक्तों का हुजूम प्रेमानंद महाराज के दर्शन करने के लिए उनकी राह ताकता रहता था.
अपने आराध्य के दर्शन कर अपने आप को धन्य समझता था. लेकिन महाराज के निवास स्थान से आश्रम जाने वाले रास्ते में एनआरआई ग्रीन नामक एक सोसाइटी पड़ती है. इस कॉलोनी के लोगों ने कुछ दिन पहले इस पद यात्रा का यह कहते हुए विरोध किया था कि पदयात्रा के दौरान शोर होता है, पटाखे फोड़े जाते हैं. इससे कॉलोनी वासियों की नींद खराब होती है और लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है.