नई दिल्ली:दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को गोविंदपुरी का दौरा किया. इस दौरान उन्होंने लोगों से मुलाकात की और कहा कि हम एक नई स्कीम लेकर आए हैं. जिनके भी बिल गलत आ रहे हैं, उनके बिल ठीक किए जाएंगे. हमारा अनुमान है कि इससे 95% बिल जीरो हो जाएंगे, जिनके भी बिल गलत आ रहे हैं उन्हे भरने की जरूरत नहीं है. उसे फाड़ दें.
केजरीवाल ने बताया, "कोरोना काल में कई महीनों तक रीडिंग नहीं ली गई. दफ्तर में बैठे-बैठे ही फर्जी रीडिंग दर्ज कर दी गई, जिससे बिल गलत हो गए और ब्याज भी अब लाखों में पहुंच गया है. दिल्ली में करीब 11 लाख परिवार इन गड़बड़ियों से प्रभावित हैं." हमने अशुद्धियों का सामना करने वाले लोगों के लिए पुराने बिलों को सुधारने के लिए एक योजना शुरू की है."
केजरीवाल ने कहा भाजपावालों ने स्कीम रुकवा दी:मुख्यमंत्री ने स्थिति को सुधारने के लिए चल रहे प्रयासों पर जोर दिया और आश्वासन दिया कि ऐसे 95% बिल जल्द ही शून्य कर दिए जाएंगे. उन्होंने कहा, "हमारा अनुमान है कि इससे 95 फीसदी बिल शून्य हो जाएंगे. गलत बिल पाने वालों को भुगतान करने की कोई जरूरत नहीं है, बस इसे फाड़कर फेंक दें और मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि इसका समाधान हो जाए." उपराज्यपाल भाजपा के हैं और भाजपा सदस्यों ने उपराज्यपाल से इस योजना को रोकने के लिए कहा यह गलत है..."
केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा- "दिल्ली में 10 लाख से ज्यादा लोगों के पानी के अधिक बिल आए हैं. ऐसे ही कुछ परिवारों से आज उनके घर जाकर मिला. इन गलत बिल को ठीक करने के लिए हम योजना भी लाए हैं लेकिन कुछ लोग उसे लागू नहीं करने दे रहे."