चंडीगढ़: चंडीगढ़ नगर निगम मेयर चुनाव 20 फरवरी 2025 को कराए जाने हैं. जिसे लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी की ओर से समय पर चुनाव सुनिश्चित करने की मांग की जा रही है. पिछले चुनाव में हुई धांधली को लेकर ये मामला पूरे देश में सुर्खियां बटोर चुका है. बाद में ये मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बीजेपी के मेयर हटना पड़ा और आम आदमी पार्टी का मेयर बना था.
नगर निगम में इस वक्त आम आदमी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन सत्ता में है. आने वाले मेयर चुनाव को लेकर कांग्रेस का आम आदमी पार्टी के साथ यह गठबंधन कायम रहेगा या नहीं, इसे लेकर अभी तक कई तरह की अटकलें लगाई जा रही है. जबकि बीते दिनों कांग्रेस भवन में चंडीगढ़ सांसद मनीष तिवारी की उपस्थिति में एक प्रेस वार्ता करवाई गई. इस दौरान चंडीगढ़ प्रदेश अध्यक्ष एच एस लक्की की ओर से उम्मीद जताई गई कि गठबंधन आगे भी कायम रह सकता है.
इस मौके पर सांसद मनीष तिवारी ने कहा कि चंडीगढ़ का हर एक व्यक्ति नगर निगम के पिछले मेयर चुनाव के दौरान हुई धांधरी से परेशान है. भाजपा ने मत पत्र चुराने की जो कोशिश की थी उसे शहरवासी अभी तक नहीं भूल पाए हैं. इन सबके बावजूद कांग्रेस और आम आदमी पार्टी उम्मीदवार को मेयर घोषित नहीं किया गया था. इसके बाद सर्वोच्च न्यायालय के हस्तक्षेप करने के बाद मेयर को चुना गया था.
चंडीगढ़ सांसद तिवारी ने चंडीगढ़ प्रशासक से अपील की है कि वे अगले मेयर चुनाव के लिए अधिसूचना जारी करते हुए पहले गुप्त मतदान की जगह हाथ उठाकर मतदान करने का प्रावधान करने वाले सदन के प्रस्ताव को मंजूरी दें. वहीं भाजपा की ओर से बीते दिनों दिल्ली से आए भाजपा नेताओं की मौजूदगी में बैठक की गई थी. इस बार की महिला सीट को लेकर भाजपा की क्या स्थिति रहने वाली है इस पर चर्चा की गई थी. भाजपा की और से दो प्रमुख नाम पर इस मीटिंग में चर्चा हुई थी. पूर्व मेयर सरबजीत कौर और हरप्रीत कौर आने वाले मेयर चुनाव की महिला सीट के उम्मीदवार हो सकती हैं. फिलहाल नाम की घोषणा नहीं की गयी है.
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