रांचीः चुनाव आते ही नेताओं की जुबान फिसलने लगी है. ताजा मामला हेमंत सरकार के मंत्री और जामताड़ा के कांग्रेस द्वारा घोषित प्रत्याशी इरफान अंसारी का है. जिन्होंने सीता सोरेन के लिए विवादित भाषा का प्रयोग जाने पर सियासत गरमा गई है. दोनों पक्षों की ओर से चल रही जुबानी जंग के बीच यह मामला अब चुनाव आयोग तक पहुंच गया है.
शुक्रवार 25 अक्टूबर को सुधीर श्रीवास्तव के नेतृत्व में भाजपा का एक शिष्टमंडल चुनाव आयोग पहुंचकर जामताड़ा के विधायक इरफान अंसारी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. इसके साथ ही एक ज्ञापन देकर मांग की है कि विधानसभा चुनाव तक इरफान अंसारी को राज्य बदर करते हुए उनके नामांकन पर रोक लगाई जाए. साथ ही उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने का आदेश भी दिया जाए.
भाजपा नेता सुधीर श्रीवास्तव ने कहा कि सीता सोरेन एक अनुसूचित जनजाति और विधवा महिला हैं और किसी विधवा महिला को ऐसा कहकर संबोधित करना न सिर्फ आदिवासियों का अपमान है बल्कि राज्य और देश के सभी विधवा महिलाओं का भी अपमान है. कांग्रेस पार्टी की आदिवासी महिला के बारे में क्या सोच है वो अब जग जाहिर हो चुका है.
भारतीय न्याय संहिता की धारा 74 में प्रावधान है कि जो कोई भी व्यक्ति किसी महिला के सम्मान को ठेस पहुंचाने जैसा गंभीर अपराध करेगा उसको दंडित किया जाएगा. आज दुर्गा सोरेन जीवित होते तो क्या इरफान अंसारी जैसा व्यक्ति उनकी पत्नी को ऐसा शब्द कह पाते? भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने इरफान अंसारी के द्वारा कहे गये शब्द का वीडियो भी चुनाव आयोग को सौंपा है.
इरफान अंसारी ने दी मानहानि की धमकी