करनाल :मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हरियाणा के मौजूदा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी इस बार करनाल विधानसभा सीट से चुनाव नहीं लड़कर लाडवा सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं. अगर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी लाडवा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ते हैं तो करनाल विधानसभा सीट से बीजेपी के कौन-कौन संभावित उम्मीदवार है, जिन पर बीजेपी अपना दांव खेल सकती है.
क्यों करनाल सीट छोड़ सकते हैं सीएम ? :राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि विधानसभा चुनाव में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी करनाल विधानसभा को छोड़कर लाडवा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं क्योंकि इसे मुख्यमंत्री के लिए एक सुरक्षित सीट माना जा रहा है. भारतीय जनता पार्टी में विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण को लेकर मीटिंग का दौर लगातार जारी है. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी के कई बड़े नेता, मंत्री भी सुरक्षित सीट की तलाश में है ताकि वे एक बार फिर से विधायक बन सकें. राजनीतिक विशेषज्ञ का मानना है कि लाडवा विधानसभा में सैनी समाज का वोट बैंक काफी अच्छा है जिसके चलते नायब सिंह सैनी को आने वाले विधानसभा चुनाव में काफी फायदा मिलेगा, जबकि करनाल विधानसभा सीट पर सैनी समाज का वोट काफी कम है. ऐसे में वहां पर आने वाले विधानसभा चुनाव में उनको नुकसान उठाना पड़ सकता है.
भीतरघात का डर ? :राजनीतिक विशेषकों का ये भी मानना है कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी कुरुक्षेत्र लोकसभा से 2019 में सांसद चुने गए थे. लेकिन लोकसभा चुनाव से पहले मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री पद से हटाकर नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बना दिया गया. इसके बाद उन्हें करनाल विधानसभा उपचुनाव लड़वाया गया और नायब सिंह सैनी वहां से जीत गए. लेकिन वो उपचुनाव था और अब सीधे चुनाव है. ऐसे में अगर वे एक बार फिर से वहां से चुनाव लड़ते हैं तो वहां पर उन्हें बाहरी प्रत्याशी होने के चलते भीतरघात का सामना करना पड़ सकता है. साथ ही लोकल नेताओं में उन्हें लेकर मतभेद भी हो सकते हैं. ऐसे में कोई रिस्क ना लेते हुए वे लाडवा विधानसभा से चुनाव लड़ सकते हैं.
करनाल से कौन हैं बीजेपी के संभावित उम्मीदवार ? :मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के लाडवा से चुनाव लड़ने की ख़बरों के चलते अब करनाल विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी के दूसरे नेताओं ने भी अपने चुनावी दौरे शुरू कर दिए हैं. प्रमुख तौर पर चार नेताओं के नाम टिकट की दौड़ में सबसे आगे माने जा रहे हैं. सबसे पहला नाम करनाल नगर निगम की पूर्व मेयर रेनू बाला गुप्ता, दूसरा नाम पूर्व जिला अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री के मीडिया कोऑर्डिनेटर जगमोहन आनंद, तीसरा नाम पूर्व जिला अध्यक्ष अशोक सुखीजा और चौथा नाम युवा भाजपा नेता मुकेश अरोड़ा का आ रहा है.
रेनू बाला गुप्ता को जानिए :अगर रेनू बाला गुप्ता की बात करें वे दो बार करनाल नगर निगम की मेयर रह चुकी है. माना जा रहा है कि अगर वे आगामी विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाई जाती है तो वे अच्छा वोट प्रतिशत हासिल करेंगी और जीत भी हासिल कर सकती हैं. इसके अलावा वे बनिया समाज से आती है जिसके करनाल विधानसभा में 22,000 के करीब वोट है और वे पंजाबी समाज में भी अच्छी पकड़ रखती है, जिसके करनाल विधानसभा में करीब 62,000 वोट हैं. मनोहर लाल खट्टर जब करनाल लोकसभा से संसद का चुनाव लड़ने आए थे, तब उन्होंने उनके चुनाव प्रचार में अहम भूमिका भी निभाई थी. ऐसे में माना जा रहा है कि भारतीय जनता पार्टी करनाल विधानसभा से रेनू बाला गुप्ता को प्रत्याशी के तौर पर उतार सकती है.
जगमोहन आनंद को जानिए :वहीं अगर जगमोहन आनंद की बात करें वे भारतीय जनता पार्टी के करनाल जिले के पूर्व जिला अध्यक्ष रह चुके हैं. इतना ही नहीं वे पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के मीडिया कोऑर्डिनेटर के रूप में भी काम कर चुके हैं और संगठन में काफी अच्छी पकड़ होने के चलते पार्टी में भी उनका अच्छा-खासा रुतबा है. इसके अलावा उनके पास अच्छा खासा जन-समर्थन भी माना जा रहा है. ऐसे में उन्हें करनाल विधानसभा से प्रत्याशी बनाया जा सकता है.