कुरुक्षेत्र: चुनावी वर्ष शुरू होते ही प्रदेश में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं. कांग्रेस सूबे में जन आक्रोश रैली निकाल रही है. इस कड़ी में पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा शनिवार, 3 फरवरी को हरियाणा के कुरुक्षेत्र पहुंचे. इल दौरान कुरुक्षेत्र के एक निजी पैलेस में कांग्रेस के रोड समाज के कार्यकर्ताओं के द्वारा कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि पिछली बार रोड समाज की टिकट में हिस्सेदारी बनती थी, लेकिन किन्हीं कारणों से उनको टिकट नहीं दे पाए थे. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि इस बार ऐसी चूक नहीं होगी.
भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कार्यक्रम विशेष तौर पर रोड समाज के कार्यकर्ताओं के द्वारा आयोजित किया गया था. पंजाब के गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित के इस्तीफा देने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उनको इस बात की जानकारी नहीं है. बनवारी लाल पुरोहित उनके साथ सांसद थे और उनके अच्छे मित्र हैं, लेकिन उनके इस्तीफा देने के कारण नहीं पता है. भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि चंडीगढ़ के मेयर चुनाव का मामला अब कोर्ट में चला गया है, लेकिन जो हुआ वह नहीं होना चाहिए था. उन्होंने कहा कि किसी भी सरकारी एजेंसी का गलत प्रयोग नहीं करना चाहिए.
: इसके साथ ही भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि गुरु ब्रह्मानंद के नाम से पहले भी उन्होंने कॉलेज बनाए हैं और जब उनकी सरकार बनेगी तो वह ब्रह्मानंद के नाम से एक यूनिवर्सिटी भी बनाएंगे.
रोड समाज पर राजनीति!: नेता प्रतिपक्ष ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल के कांग्रेस के जातिवाद की राजनीति के बयान पर कहा कि सीएम मनोहर लाल खुद ऐसी राजनीति करते हैं. बता दें 23 दिसंबर 2023 को करनाल में गुरु ब्रह्मानंद जन्मदिवस के अवसर पर रोड समाज के लोगों के द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया था. कार्यक्रम में इंडियन नेशनल लोकदल पार्टी के नेता अभय सिंह चौटाला को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था. कार्यक्रम में अभय सिंह चौटाला ने कहा था कि हमने भी समय-समय पर रोड समाज को टिकट देने का काम किया है. वहीं, बीजेपी में पिछले 1 वर्ष में समय-समय पर रोड समाज के द्वारा कई बैठक की गई.
2 लोकसभा सीट और करीब एक दर्जन विधानसभा सीट पर रोड बिरादरी का प्रभाव:बता दें कि रोड बिरादरी हरियाणा की दो लोकसभा सीट ( कुरुक्षेत्र और करनाल) पर अपनी अहम दावेदारी पेश करती है. वहीं, विधानसभा क्षेत्रों में कुरुक्षेत्र की थानेसर, कैथल की पुंडरी और कैथल विधानसभा सीट, जींद विधानसभा सीट इसके साथ करनाल और पानीपत की सभी सीटों पर अपने हम दावेदारी पेश करती है. हरियाणा में रोड समाज एक सीमित क्षेत्र में रहता ,है लेकिन यहां पर उनकी जाति को एक गढ़ के तौर पर देखा जाता है. रोड बिरादरी के कुछ गांव सोनीपत जिले में भी आते हैं. इसके चलते सोनीपत की विधानसभा सीट पर भी वह अपना प्रभाव साबित करते हैं.
जीटी रोड बेल्ट पर कई शीट रोड बिरादरी करती है हार जीत तय: दें कि जब भी हरियाणा में विधानसभा चुनाव होते हैं तो उस दौरान जीटी रोड बेल्ट पर रोड बिरादरी काफी प्रभावशाली साबित होती है और यह एक ऐसी बिरादरी है कि जीटी रोड बेल्ट की करीब 5 सीटों पर किसी भी पार्टी के उम्मीदवार की हार जीत तय करती है. वैसे ज्यादातर रोड बिरादरी करनाल में रहती है और करनाल रोड बिरादरी का गढ़ माना जाता है. अब प्रत्येक पार्टी रोड बिरादरी से अपना वोट बैंक मजबूत करना चाहती है, जिसके चलते अब रोड बिरादरी के द्वारा राजनीतिक कार्यक्रम आयोजित किया जा रहे हैं. विधानसभा चुनाव में उनका उनका हिस्सा देने की बात कहते हुए दिखाई दे रहे हैं जिसके चलते आज भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी माना कि पिछले चुनाव में भी उनसे गलती हुई है कि उन्होंने रोड बिरादरी की उम्मीदवार को टिकट नहीं दिया, लेकिन अब आगे ऐसी गलती नहीं होगी. हालांकि यह देखने वाली बात होगी कि कौन सी पार्टी रोड बिरादरी को कितनी टिकट देती है.