बैतूल:मुलताई थाना क्षेत्र में कुछ लोगों पर धर्मांतरण कराने का आरोप लगा है. यहां के कुछ लोगों पर आरोप है कि चिचंड़ा गांव में एक खेत में कुछ आदिवासियों और दलितों को इकठ्ठा कर उन्हें लालच देकर उनका धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था. पुलिस ने शिकायत के बाद 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. इनमें मुंबई के भी 2 लोग शामिल हैं.
मुंबई से पहुंचे थे 2 लोग
चिचंड़ा गांव के अंकित कालभोर नेपुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि "उसे खेत में बनी झोपड़ी में बुलाया और उसे लालच देकर ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया. जब उसने मना किया उसके साथ धक्कामुक्की भी की गई. यहां गांव के ही मनोज परकड़े ने उसे मुंबई से पहुंचे 2 लोगों से मिलवाया. इन लोगों ने ईसाई धर्म को लेकर हिंदी में लिखी एक किताब भी उसे दी."
'ईसाई धर्म अपनाने का बनाया दबाव!'
मुलताई थाना प्रभारी राजेश सातनकरने बताया कि "अंकित कालभोर निवासी ग्राम चिचंड़ा ने रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया कि ग्राम के निवासी मनोज वरकड़े और सुखवंती वरकड़े ने उसे खेत में बनी झोपड़ी में बुलाया. वह खेत में पहुंचा तो वहां 50 से 60 लोग इकठ्ठे थे. मनोज ने अंकित को मुंबई से आए फ्रांसिस गंडामन और जयस गंडामन से मिलाया. वहां रमेश अतुलकर, गणेश अतुलकर दोनों निवासी बैतूल भी मौजूद थे. चारों ने अंकित को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रेरित किया. इन लोगों ने हिंदी में लिखी एक किताब भी अंकित को दी. अंकित ने ईसाई धर्म अपनाने से इनकार किया तो उसके साथ सभी ने धक्का मुक्की की. इस दौरान वहां मौजूद युगल किशोर रबड़े और सुंदरलाल कालभोर ने बीच बचाव किया."