दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में धान खरीदी केंद्र, 10 किमी पैदल जाते हैं ग्रामीण, अब गांव में ही नया केंद्र खोलने की मांग - OPEN PADDY PROCUREMENT CENTRE BALOD - OPEN PADDY PROCUREMENT CENTRE BALOD
बालोद में आधार दर्शन गांव के ग्रामीणों ने अलग धान खरीदी केन्द्र खोलने की मांग की है. ग्रामीण सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे और अपर कलेक्टर चंद्रकांत कौशिक से सामने अपनी बात रखी.
बालोद:जिले के वनांचल क्षेत्र डोंडीलोहारा विकासखंड के आधार दर्शन गांव के ग्रामीण सोमवार को धान खरीदी केंद्र खोलने की मांग लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे. किसानो ने बताया कि पिछले 2 साल से धान खरीदी केन्द्रों को खोलने की मांग कर रहे हैं. 10 किलोमीटर दूरी तय करनी पड़ती है. वहीं, दूसरी ओर वापस धान बेच कर लौटते समय आधी रात हो जाती है, जिसके कारण वनांचल क्षेत्र में जंगली जानवरों का भी खतरा बना रहता है.
धान खरीदी केन्द्र खोलने की मांग: ग्रामीणों की मानें तो पुरुष ही नहीं गांव की महिलाएं भी धान बेचने जाती है. लेट से लौटने के दौरान जंगली जानवरों का खतरा बना रहता है. इसलिए वे शासन प्रशासन से गांव में या फिर आस-पास धान खरीदी केन्द्र खोलने की मांग कर रहे हैं. ग्रामीण सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुंचे और धान खरीदी केन्द्र खोलने की मांग की.
बालोद में धान खरीदी केन्द्र खोलने की मांग (ETV Bharat)
जंगली जानवरों का रहता है खतरा:इस बारे में ग्रामीण संतोष कुमार साहू ने बताया कि उपार्जन केन्द्र भंवरमरा में 15 राजस्व ग्राम पड़ते हैं. हम सभी किसान ग्राम खोलझर, नलपानी, भीमदो, लुरकाझर और बुल्लुटोला के हैं. वर्तमान में सेवा सहकारी समिति मर्यादित भवंरमरा तहसील डौंडीलोहारा धान बेचने जाते है, जो हमारे ग्रामों से लगभग 10 किमी दूरी पर स्थित है. चूंकि धान खरीदी केन्द्र पहुंचने का रास्ता दुर्गम है. ये क्षेत्र बड़ा होने के साथ ही पहाड़ी भी है. इस कारण पंजीकृत किसानों की संख्या भी अधिक है. धान बेचते समय कभी-कभी देर रात हो जाने पर आते समय जंगल में डर बना रहता है.
धान खरीदी केन्द्र काफी दूर है. रास्ता पहाड़ी है. आते समय कभी-कभी देर हो जाता है. इससे काफी परेशानी होती है. जंगली जानवरों से जान का खतरा बना रहता है. इसलिए हम गांव में ही धान खरीदी केन्द्र खोलने की मांग कर रहे हैं.- श्रीराम दर्रो, किसान
जमीन रखा है सुरक्षित:ग्रामीणों की मानें तो इन लोगों ने धान खरीदी केन्द्र के लिए पहले से ही 1.49 हेक्टेयर जमीन प्रस्तावित कर रखा है. जमीन सहकारी खाद गोदाम के पास सुरक्षित रखा गया है. ग्रामीणों ने बालोद कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर अपर कलेक्टर चंद्रकांत कौशिक से मिलकर अपनी समस्याओं को उनके सामने रखा.