मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर:छत्तीसगढ़ का एमसीबी जिला प्राकृतिक सुंदरता के साथ साथ रामवनगमनपथ और दैवीय शक्ति पीठों के लिए जाना जाता है. यहां बजरंगबली का एक ऐसा मंदिर है, जहां माना जाता है कि साक्षात राम चंद्र और उनके भक्त हनुमान इस जगह पर पहुंचे थे. मंदिर के आसपास बजरंग बली के पैरों के निशान है. इन पदचिन्हों के दर्शन करने दूर दूर से श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं.
पहाड़ी पर बसा बजरंग धाम: मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर से 122 किलोमीटर दूर और वनांचल क्षेत्र कहे जाने वाले भरतपुर मुख्यालय जनकपुर से 12 किलोमीटर दूर जनुवा गांव की एक पहाड़ी पर बजरंग धाम का मंदिर स्थित है. मंदिर के ही पास पहाड़ी पर हनुमान जी की 21 फीट की प्रतिमा स्थापित है. इसके पास ही बजरंगबली के पैर के निशान भी हैं. चट्टान पर गणेश भगवान की प्रतिमा उकेरी गई है. इसके अलावा 11 फीट की शंकर और पार्वती की मूर्ति भी स्थापित की गई है.
पूर्वज बताते हैं जब श्रीराम चंद्र वनवास के लिए निकले थे तब कई साल तक छान्हीमाड़ा में रुके थे. रामवनगमनपथ के अंतर्गत आते हैं. साल 2003 से अखंड ज्योति जल रही है. हर पूर्णिमा पर भंडारा होता है - श्याम सुंदर तिवारी, सेवादार
महावीर प्रसाद जी महावीर आए थे तब से यहां अखंड ज्योत जल रही है. हर पूर्णमासी को महाराज आते हैं. भक्तों की मनोकामना पूरी होती हैं-सोमेश्वर प्रसाद दुबे, पुजारी