छतरपुर :बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री महाराष्ट्र के जलगांव, उड़ीसा के पुरी और फिर राजस्थान के उदयपुर से सनातन यात्रा के बाद वापस अपने धाम पर लौट आये हैं. अब बागेश्वर धाम पर देशभर के आदिवासियों के लिए जनजागृति सम्मेलन का आयोजन होने जा रहा है. यह आयोजन 19 जनवरी को दोपहर 2 बजे से शुरू होगा. सम्मेलन में देश के कोने-कोने से आदिवासी समाज के लोग हिस्सा लेंगे.
गांव-गांव में बागेश्वर मंडली बनाने का आह्वान
इस बारे में धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्रीने बताया " हिन्दू जगाओ, हिंदुस्तान बचाओ अभियान के तहत यह आयोजन किया जा रहा है, इस सम्मेलन के माध्यम से संदेश दिया जाएगा कि गांव-गांव में बागेश्वर मंडली बनाई जाए. हिंदुओं को जगाया जाएगा, हिंदुस्तान को बचाया जाएगा. आदिवासी समाज को धर्म विरोधी लोग लालच देकर धर्म परिवर्तन के लिए टारगेट करते हैं. आदिवासी समाज सनातन धर्म का मूल परिवार है. भगवान राम के सच्चे साथी भी यही समाज है. आदिवासियो का परिवर्तन रोकने के लिए जनजगृति पैदा करने के लिए सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है."
बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री (ETV Bharat) बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री लोगों का अभिवादन स्वीकार करते हुए (ETV BHARAT) बागेश्वर धाम के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भक्तों से मिलते हुए (ETV BHARAT) बागेश्वर धाम पर सामूहिक विवाह की तैयारियां जोरों पर
धीरेंद्र शास्त्रीने फिर जोर देकर कहा "हिंदू हैं तो ये देश है. इसलिए हिंदुओं को ये जागने का समय है." बता दें कि धीरेंद्र शास्त्री ने हिंदुओं के जनजागरण के लिए बागेश्वर धाम से ओरछा धाम तक बड़ी संख्या में लोगों के साथ पदयात्रा की थी. वहीं, बागेश्वर धाम पर आयोजित होने वाले 251 कन्या विवाह में इस बार 108 कन्या आदिवासी समाज की हैं, जिनके माता-पिता नहीं हैं, उनके बाबा बागेश्वर हाथ पीले करेंगे. सामूहिक विवाह की तैयारियां व्यापक स्तर पर चल रही हैं.