देहरादून: उत्तराखंड में आईएफएस संगठन को मुख्यमंत्री का वक्त नहीं मिल पा रहा है. दरअसल मामला आईएफएस अधिकारियों पर हुई कार्रवाई से जुड़ा है. जिसके लिए ये अधिकारी मुख्यमंत्री से मिलकर कार्रवाई पर पुनर्विचार की मांग करने वाले हैं. लेकिन संगठन के पत्र के बाद फिलहाल अब तक उन्हें कोई निश्चित समय मुख्यमंत्री की तरफ से नहीं दिया गया है. उधर लगातार हो रही कार्रवाई से आईएफएस संगठन के ही चार सदस्य अपनी सदस्यता से इस्तीफा दे चुके हैं, जबकि पांचवे एक अधिकारी ने भी सदस्यता से इस्तीफा देने के संकेत दिए हैं.
उत्तराखंड में बिनसर वन्यजीव अभ्यारण में हुई घटना के बाद मुख्यमंत्री ने दो आईएफएस अधिकारियों को सस्पेंड किया तो एक अधिकारी को वन मुख्यालय में अटैच करने के आदेश दिए. मुख्यमंत्री के इस आदेश के बाद प्रदेश के आईएफएस एसोसिएशन में जबरदस्त उबाल देखने को मिल रहा है. स्थिति यह है कि कई आईएफएस अधिकारियों ने तो अपनी संगठन से ही नाराजगी जताते हुए सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. बताया गया है कि इस्तीफा देने वालों में आईएफएस अधिकारी मनोज चंद्रन, आकाश वर्मा, कोको रोसे और पीके पात्रो का नाम शामिल है.
उधर संगठन पर भारी दबाव के बाद आईएफएस अधिकारियों का एक संगठन मुख्य सचिव से भी मुलाकात कर चुका है. इसके अलावा विभागीय मंत्री के सामने भी संगठन की तरफ से बात रखी जा चुकी है. आईएफएस अधिकारियों की मांग है कि जिन अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है उन पर सरकार पुनर्विचार करें. इन सभी स्थितियों के बीच इस संगठन अब मुख्यमंत्री से मिलना चाहती है, लेकिन मुख्यमंत्री कार्यालय से उन्हें समय नहीं मिल पा रहा है. इसके लिए आईएफएस संगठन ने बाकायदा एक पत्र मुख्यमंत्री कार्यालय को भी भेज दिया है.