मध्य प्रदेश

madhya pradesh

ETV Bharat / state

प्राचीन मूर्तियों के इतिहास से उठेगा पर्दा, पन्ना जिले के कालका माई मंदिर में मिलीं चंदेल कालीन मूर्तियां! - PANNA VILLAGE KALKA MAI TEMPLE

पन्ना जनपद के उमरी ग्राम पंचायत के इटोरा गांव में है कालका माई का मंदिर. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग करेगा मूर्तियों का सर्वेक्षण.

Kalka Mai temple is situated in Itora village Panna district
पन्ना जनपद के ग्राम इटोरा में स्थापित है कालका माई का मंदिर (Etv Bharat)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Nov 7, 2024, 7:30 PM IST

पन्ना: पन्ना जिला केंद्र से लगभग 40 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत उमरी के गांव इटोरा में कालका माई का मंदिर स्थापित है. यहां कई अति प्राचीन मूर्तियां लगी हुई हैं. मूर्तियां चंदेल कालीन बताई जा रही हैं. यहां भगवान विष्णु व गणेश की मूर्ति के साथ ही शिवलिंग स्थापित है.

मंदिर के पुजारी पुरुषोत्तम दास जी का कहना है कि यह मंदिर चंदेल काल में बना है. यहां मंदिर कालका माई का मंदिर है जहां पर पूजा अर्चना करने के लिए दूर-दूर से लोग पहुंचते हैं. यहां सच्चे मन से मांगी गई श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूरी होती हैं.

पन्ना जनपद के ग्राम इटोरा में स्थापित है कालका माई का मंदिर (Etv Bharat)

ये भी पढ़ें:

प्राचीन मंदिर में तोड़फोड़ के बाद शिवलिंग गायब, प्रशासन ने उठाया ये कदम

करारे नोटों से सजा मां लक्ष्मी का प्राचीन मंदिर, 25 हजार भक्तों ने चढ़ाया 4000 लीटर दूध

ऐततिहासिकता को परखने के लिए पुरातत्व विभाग करेगा मूर्तियों का सर्वेक्षण

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के पुरातत्वविद डॉ. शिवाकांत बाजपेई से जब इन मूर्तियों के बारे में बात की गई तो उन्होंने बताया कि इन मूर्तियों का सर्वेक्षण कराया किया जाएगा. पता लगाया जाएगा कि ये मूर्तियां किस काल खंड से संबंधित हैं? इसके बाद ही विस्तृत रूप से कुछ कहा जा सकता है. वीडियो एवं फोटो में मूर्तियां अति प्राचीन दिखाई पड़ रही हैं. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा इन मूर्तियों का सर्वेक्षण कराया जाएगा, जिससे इन मूर्तियों के इतिहास से पर्दा उठ सकेगा.

नए मंदिर के निर्माण के साथ खंडित मूर्तियों को करवा दिया गया था दीवारों में स्थापित

पुजारी पुरुषोत्तम दास जी बताते हैं कि कालका माई की जो मूर्ति यहां स्थापित है. वह पूर्व समय में किसी के द्वारा खंडित कर दी गई थी. यहां चंदेल कालीन कई खंडित मूर्तियां हैं. नए मंदिर के निर्माण के साथ बिखरी हुई मूर्तियों को इन मंदिर की दीवारों में स्थापित करवा दिया गया था. जब से ये मूर्तियां मंदिर की दीवारों में स्थापित एवं सुरक्षित हो गई हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details