रांची: राजधानी रांची में एक अगस्त को रांची के कांके थाना क्षेत्र के चांदनी चौक के पास जमीन कारोबारी राजेश मुंडा को अपराधियों ने गोली मारकर घायल कर दिया था. मामले की तफ्तीश में जुटी रांची पुलिस ने फायरिंग मामले का खुलासा करते हुए गोली मारने वाले अपराधी सौरभ कुमार सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. सौरभ कुमार सिंह ने कुख्यात अपराधी रामपाहन के कहने पर राजेश मुंडा को गोली मारी थी.
रांची के सीनियर एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि विवादित जमीन पर कब्जा कर उन्हें बेचने के धंधे में रामपाहन का पूरा गिरोह लिप्त है. राजेश मुंडा भी एक जमीन कारोबारी है और उसने फोरलेन में अधिग्रहित की जा रही जमीन में एक टुकड़ा खरीदा था, ताकि बाद में उसे अच्छी कीमत पर बेच सके. रामपाहन या नहीं चाहता था कि राजेश मुंडा उस जमीन को खरीदे. इसे लेकर राजेश मुंडा को रामपाहन के द्वारा धमकाया भी गया था. लेकिन राजेश मुंडा रामपाहन की धमकी से नहीं डर है जिसके बाद सौरभ सिंह को राजेश मुंडा की हत्या की सुपारी दे दी गई. रामपाहन के कहने पर ही सौरभ कुमार सिंह ने एक अगस्त की शाम राजेश मुंडा पर कई फायर किए. लेकिन राजेश मुंडा की किस्मत अच्छी थी वह बच गया. फायरिंग में सिर्फ एक गोली राजेश के पैर में लगी थी.
रामपाहन का जमीन पर कब्जा करने का है धंधा
रांची के सीनियर एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि साल 2019 में कांके रोड में ही सिविल कोर्ट के अधिवक्ता रामप्रवेश सिंह की गोली मारकर हत्या की गई थी. रामप्रवेश सिंह की हत्याकांड को रामपाहन और सौरभ के भाई शिवम सिंह ने मिलकर अंजाम दिया था. सौरभ और उसका भाई शिवम दोनों ही राम पाहन के लिए शूटर का काम करते हैं. रामप्रवेश सिंह हत्याकांड में रामपाहन और शिवम दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था. रामपाहन जमानत पर जेल से निकलने के बाद फिर से जमीन के दो नंबर धंधे कर रहा था फिलहाल वह पुलिस की पकड़ से फरार है उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयास कर रही है.