नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए देश की आंतरिक सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में देश डर और भय से विचलित है. हर दिन हवाई जहाज, स्कूल और मंदिरों को बम से उड़ाने की धमकियां मिल रही है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी इस संवेदनशील मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं.
संजय सिंह ने पूछा कि ये धमकियां देने वाले लोग कौन हैं?, प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह को इसका स्पष्टीकरण देना चाहिए, अब तक सरकार ने उनकी रोकथाम के लिए क्या कदम उठाए हैं? मोदी सरकार में देश की संसद भी सुरक्षित नहीं है, जहां सुरक्षा में बड़ी चूक हो चुकी है. उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सुरक्षा में चूक के कारण कोई अनहोनी घटती है, तो इसके लिए सीधे तौर पर केंद्र सरकार जिम्मेदार और जवाबदेह होगी.
मंगलवार को पार्टी कार्यालय में प्रेस वार्ता कर संजय सिंह ने कहा कि आज पूरा देश डर, भय और दहशत में आतंकित है. लोग डरे हुए हैं. प्रधानमंत्री मोदी की सरकार में सुरक्षा की यह हालत है कि एयरलाइंस, मंदिरों और स्कूलों को बम से उड़ाने और बर्बाद कर देने की धमकी मिल रही है. हवाई जहाजों से सफर करने वाले यात्रियों के मन में भय बैठा हुआ है. नरेंद्र मोदी के ही कार्यकाल में संसद में घुसने की धमकी देते हुए, कुछ नौजवान संसद में घुस गए थे. ये अलग बात है कि उनके अपने मुद्दे थे और वो किसी को हानि नहीं पहुंचाना चाहते थे. लेकिन इस तरह देश की संसद के अंदर सुरक्षा की चूक होना चिंताजनक है.
देश के कई बड़े मंदिरों को मिली धमकियां: संजय सिंह ने आगे कहा कि देश के कई बड़े मंदिरों को भी धमकियां दी गई. 28 अक्टूबर को इस्कॉन तिरुपति, आंध्र प्रदेश को बम से उड़ाने की धमकी दी गई. 24 अक्टूबर को मध्य प्रदेश के दो मंदिरों को उड़ाने धमकी दी गई. इसी दिन उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी दी गई. 6 जुलाई को वृंदावन के प्रेम मंदिर को बम से उड़ाने की धमकी दी गई. मंदिर, जहां पर लोग बड़ी श्रद्धा भगवान के चरणों में आर्शीवाद लेने के लिए जाते हैं, उन मंदिरों को भी बम से उड़ाने की धमकी दी जा रही है.
स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी: संजय सिंह ने आगे कहा कि आज तक ये धमकियां ज्यादा बढ़ गई हैं. छोटे-छोटे बच्चे जहां पड़ते हैं, उन स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी जा रही है. 28 अक्टूबर को चेन्नई के दो स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई. 21 अक्टूबर को दिल्ली के रोहिणी में सीआरपीएफ स्कूल और हैदराबाद में सीआरपीएफ स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई. 15 अक्टूबर को कोयंबटूर, तमिलनाडु के चार इंस्टीट्यूट को उड़ाने की धमकी दी गई. 10 अक्टूबर को तमिलनाडु में ही दो स्कूलों को उड़ाने की धमकी दी गई.
संजय सिंह ने पीएम से किया सवाल: संजय सिंह ने सवाल पूछा है कि प्रधानमंत्री मोदी और देश की सरकारें इस पूरे मसले पर खामोश क्यों हैं? आतंरिक सुरक्षा, दिल्ली से लेकर एयरपोर्ट्स तक की कानून व्यवस्था नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार के अधीन आती है. मेरा सवाल है कि अगर खुलेआम हवाई जहाजों को बम से उड़ाने की धमकी मिलेगी तो हवाई जहाजों में सफर कौन करेगा? अगर गलती से यह धमकियां सच में बदल गईं तो कितना भय लोगों के मन में पैदा होगा, इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती है. यह बम से उड़ाने की जो धमकियां मिल रही हैं, अगर यह हवाई जहाजों, मंदिरों, स्कूलों में होती है तो उसके लिए सीधे तौर पर केंद्र सरकार जिम्मेदार और जवाबदेह होगी.
ये भी पढ़ें:
- IGI एयरपोर्ट को बम से उड़ाने की धमकी देने वाला शख्स गिरफ्तार, पुलिस ने ऐसे दबोचा
- दिल्ली में हुए विस्फोट के 2 दिन बाद देशभर के सीआरपीएफ स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी